Survey : पीएम मोदी की लोकप्रियता कैसे कम हुई ?

'बहुत ज्यादा संतुष्ट' कैटेगरी को चुनने वाले गिरकर 37% हो गए हैं, करीब एक साल पहले इनका आंकड़ा 65% का था। सीवोटर का डेटा ये बताता है कि सात साल में पहली बार, मोदी सरकार के प्रदर्शन पर असंतोष जताने वाले संतुष्ट लोगों से ज्यादा हैं।

नई दिल्ली। बीते कुछ सालों से भारतीय राजनीति के पर्याय बन चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की लोकप्रियता का ग्राफ काफी नीचे आ गया है। इसके एक नहीं, कई कारण बताए जा रहे हैं। उनके सात साल के कार्यकाल पूरे होने के अवसर पर कुछ एजेंसियों ने सर्वे किया। इस सर्वे में ही यह बात निकलकर सामने आई है। वैसे भी आम बातचीत में लोग कोरोना की दूसरी लहर में देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार मान रहे हैं।

मोदी (Narendra Modi) की सरकार के सात वर्ष पूरे होने पर सी वोटर ने सर्वे किया हैं जिसमे बताया गया हैं की मोदी की लोकप्रियता 63 प्रतिशत से घटकर 38 प्रतिशत हो गईं हैं, जबकी वैश्विक संगठन मॉर्निंग कंसल्ट की अनुसार यह घटकर 33 फीसदी हो गईं हैं। मालूम हो की पिछले वर्ष यानि मई 2020 में उनकी लोकप्रियता 63 फीसद थीं।

रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में दो सर्वे के हवाले से ये निष्कर्ष निकाला है कि पीएम मोदी की रेटिंग इतनी कभी नहीं गिरी जितनी हाल-फिलहाल के वक्त में गिर गई है। पीएम मोदी जिनके नेतृत्व में बीजेपी 2014 में जीतकर सत्ता में आई। 2019 के लोकसभा चुनाव में पिछले चुनाव से भी बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब रही। इस दौरान पीएम मोदी की छवि सबसे बड़े राष्ट्रवादी नेता के तौर पर देशभर में स्थापित हुई जो बेहद लोकप्रिय बताए जाते रहे हैं।

रिपोर्ट में पहला जिक्र US डेटा इंटेलीजेंस कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट का है। मॉर्निंग कंसल्ट वैश्विक नेताओं की लोकप्रियता पर नजर रखती है। अगस्त 2019 से प्रधानमंत्री मोदी को भी ट्रैक कर रही है। इस कंपनी के ट्रैकर के मुताबिक, कोरोना वायरस के आंकड़ों में इस हफ्ते हुए इजाफे और केस के 2.5 करोड़ के पार पहुंच जाने और तमाम खामियों के रिपोर्ट होने के बाद मोदी के समर्थन में गिरावट देखने को मिली है। मोदी की ओवरऑल रेटिंग इस हफ्ते 63% रही है, ये कंपनी जब से उन्हें ट्रैक कर रही है तब से अबतक इतनी कम रेटिंग कभी भी नहीं रही। अप्रुवल रेटिंग में 22 प्वाइंट की बड़ी गिरावट अप्रैल के महीने में देखने को मिली।

रॉयटर्स की रिपोर्ट में जिस दूसरे सर्वे का जिक्र है वो है- CVOTER। इस सर्वे के मुताबिक, मोदी की परफॉर्मेंस कैसी है? सवाल के जवाब में ‘बहुत ज्यादा संतुष्ट’ कैटेगरी को चुनने वाले गिरकर 37% हो गए हैं, करीब एक साल पहले इनका आंकड़ा 65% का था। सीवोटर का डेटा ये बताता है कि सात साल में पहली बार, मोदी सरकार के प्रदर्शन पर असंतोष जताने वाले संतुष्ट लोगों से ज्यादा हैं। रॉयटर्स से बातचीत में CVOTER फाउंडर यशवंत देशमुख (Yashwant Deshmukh) का कहना है कि अपने करियर की सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती का प्रधानमंत्री मोदी सामना कर रहे हैं। हालांकि, सीवोटर का डेटा ये भी बताता है कि इस गिरावट के बावजूद भी मोदी देश के सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। महामारी को रोकने के लिए सरकार ने जिस तरह का रवैया दिखाया है उसे भुनाने में विपक्ष नाकाम दिखा है।