नई दिल्ली। भारत में भले ही कोरोना का दैनिक संक्रमण कम हो, लेकिन जिस प्रकार से पड़ोसी देश चीन के बाद अब इजरायल में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है, उसके बाद भारत सरकार की चिंता भी बढ़ गई है। इससे पहले ही कई विशेषज्ञों ने चौथी लहर की बात कहनी शुरू कर दी है। इजराइल में जो नया वैरिएंट सामने आया है वो दो वैरिएंट BA.1+ BA.2 के मिश्रण से बना है। इजराइल में जो दो नए मरीज इस वैरिएंट के सामने आए हैं वह यात्री थे और इजराइल के बेन गूरियन एयरपोर्ट में उनके भीतर यह वैरिएंट पाया गया है। हालांकि अभी तक इस वैरिएंट को अभी नाम नहीं दिया गया है। वहीं इसके लक्षण की बात करें तो दोनों ही मरीजों में हल्का बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव की शिकायत है। हालांकि दोनों को किसी मेडिकल सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ी। ये दोनों मरीज किशोर हैं।
सूत्रों का कहना है कि भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया लगातार नीति आयोग, तमाम एम्स के अधिकारियों और देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों से लगातार संवाद कर रहे हैं। सरकार की कोशिश है कि यदि चौथी लहर आए भी तो इसका दुष्परिणाम भारत को नहीं भुगतना पड़े। इसके लिए हर स्तर पर व्यापक तैयारी की जा रही है।
बता दें कि इजराइल के स्वास्थ्य एक्सपर्ट का कनहा है कि यह सामान्य बात है कि इस तरह के दो स्ट्रेन एक साथ पाए जाए। ऐसा उस वक्त होता है जब एक ही कोशिका में दो वायरस होते हैं। जब दोनों एक दूसरे के साथ मिलते हैं तो दोनों जेनेटिक पदार्थों का आदान-प्रदान करते हैं और नया वायरस बनाते हैं।