लखनउ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के तीन जगहों की मांग वाले बयान पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि सीएम संविधान से बंधे हैं। उन्हें ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जो सीएम के तौर पर ली गई उनकी शपथ के मुताबिक न हो। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि कौरव कौन हैं और पांडव कौन हैं। कौरव संख्या में अधिक थे… बीजेपी कहती है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। हमने महाभारत में पढ़ा है कि जिनके पास सबसे बड़ी सेना थी कौरव… जीत उसी की होगी जिसके पक्ष में भगवान हैं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा और सपा-कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर अखिलेश ने कहा कि जब यात्रा यहां होगी तो जो भी होगा सब देखेंगे… गठबंधन जीत के आधार पर होगा… हम जल्द ही पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा उम्मीदवार जारी करेंगे। मोदी को लेकर राहुल गांधी के बयान पर यादव ने कहा कि मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि कुछ लोग सिर्फ सर्टिफिकेट से पिछड़े होते हैं, जन्म से नहीं। ज्ञानवापी मामले पर उन्होंने कहा कि हम सब संविधान से बंधे हैं। संविधान हमें अधिकार देता है। सरकार चालबाजी करती है। क्या हम किसी का हक छीन सकते हैं? अगर कोई अदालत कोई आदेश देती है तो क्या इसका मतलब यह है कि हमारे अधिकार छीन लिये जायेंगे? संविधान हमें अपनी बात रखने का अधिकार देता है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में कोर्ट न्याय करेगा।
यादव ने वाराणसी में संवाददाताओं से बातचीत में रालोद के भाजपा के साथ जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कहा, भारतीय जनता पार्टी दलों को तोड़ना जानती है। किसको कब लेना है, वह जानती है। वह यह भी जानती है कि कैसे बेईमानी करनी है। चंडीगढ़ में आपने देखा कि किस तरह से बेईमानी हुई। भारतीय जनता पार्टी यह भी जानती है कि कब किसको खरीदना है। वह यूं ही थोड़ी सबसे बड़ा दल बन गया है। उन्होंने कहा, भाजपा जानती है कि कब किसको कैसे क्या करना है। किसके पास ईडी भेजना है, किसके पास सीबीआई भेजनी है, कब कहां आयकर का छापा डलवाना है और किस पत्रकार का कब मुंह बंद करना है।
योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का जिक्र करते हुए काशी और मथुरा में मंदिर-मस्जिद विवाद की तरफ भी इशारा किया और कहा कि ‘‘अयोध्या का मुद्दा जब लोगों ने देखा तो नंदी बाबा ने भी इंतजार किए बगैर रात में बैरिकेड तोड़वा डाले और अब हमारे कृष्ण कन्हैया भी कहां मानने वाले हैं।’’ मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि पांडवों ने कौरवों से सिर्फ पांच गांव मांगे थे लेकिन सैकड़ों वर्षों से यहां की आस्था केवल तीन (अयोध्या, काशी और मथुरा) के लिए बात कर रही है।