लखनऊ। स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के साथ दांपत्य जीवन बिताने के बाद अब समाजवादी पार्टी की गोदी में चले गए हैं। पडरौना से विधायक रहे स्वामी प्रसाद मौर्य की सीट बदल दी गई है और इस बार वह पडरौना की जगह कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे। माना जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य को बीजेपी के ‘आरपीएन दांव’ की वजह से सीट बदलनी पड़ी है।
उनका विचार था कि वे इस बार पडरौना से चुनाव लड़ कर आसानी से जीत जाएंगे लेकिन वहां के राजा और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह पाला बदलकर भाजपा में आ गए। स्वामी प्रसाद मौर्य को अच्छी तरह पता है कि आरपीएन सिंह के सामने जीतना तो दूर जमानत बचाना मुश्किल होगा। कारण – आरपीएन सिंह के पास अपने परंपरागत कांग्रेस वोटों के अलावा भारतीय जनता पार्टी के वोट भी होंगे यानी कि अब उनके पास दो पार्टियों की ताकत है । ऐसे में अब स्वामी प्रसाद मौर्य पार्टियां बदलने के बाद अपना विधानसभा क्षेत्र भी बदल लिया है। यानी कि एक दल बदलू दूसरे दल बदलू के डर से अपने विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर भाग गया है। स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य भारतीय जनता पार्टी की सांसद हैं। उन्होंने दल नहीं बदला है ।
‘पडरौना के राजा’ के बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद स्वामी के लिए यह सीट सुरक्षित नहीं रह गई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के भगवा दल में जाने के बाद से ही स्वामी के सीट बदलने की अटकलें लग रहीं थीं। आरपीएन सिंह पडरौना सीट से 1996, 2002 और 2007 में विधायक रहे हैं। कुर्मी-सैंथवार जाति से आने वाले कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह को राजा साहेब के नाम से भी यहां पुकारा जाता है। पडरौना मेंकुर्मी वोटों की संख्या काफी है और अपने इलाके के सजातीय वोटों पर उनकी खासी पकड़ मानी जाती है।
स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए फाजिलनगर की लड़ाई भी आसान नहीं होगी, क्योंकि पिछले दो बार से यहां बीजेपी का दबदबा रहा है। फाजिलनगर विधानसभा से सीट से बीजेपी ने पुराने नेता और 2012 और 17 में जीते गंगा सिंह कुशवाहा के बेटे सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है। 3 लाख 40 हजार से अधिक वोटर वाले फाजिलनगर विधानसभा चुनाव में 10 फीसदी ब्राह्मण वोटर्स हैं, जबकि 7 फीसदी क्षत्रिय, 8 फीसदी वैश्य मतदाता है। फाजिलनगर में 14 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं तो 17 फीसदी अनूसिचित जाति के मतदाता, 5 फीसदी यादव और 10 फीसदी कुशवाहा हैं।
UP Assembly Election 2022 : क्यों पडरौना सीट से चुनाव नहीं लड़े स्वामी प्रसाद मौर्य
पडरौना से बीजेपी उम्मीदवार का ऐलान होने से पहले ही स्वामी प्रसाद मौर्य के सीट बदल लेने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी आरपीएन को विधानसभा चुनाव लड़वाती है या उन्हें राज्यसभा भेजा जाएगा।