आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुनिराज जी ने आज बताया कि मंगलवार की रात अरुण की निशनदेही पर चोरी के पैसे बरामद करने के लिए उसके घर की तलाशी ली जा रही थी, उसी दौरान आरोपी की तबियत बिगड़ने लगी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत लाया हुआ घोषित कर दिया।
इस घटना को लेकर कई राजनीतिक दलों ने उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सियासी हमला करना शुरू कर दिया है। आगरा में 17 अक्टूबर को मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में आरोपी सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। सफाई कर्मचारी की मौत से स्थानीय लोगों में गुस्सा है। लोगों की मांग है कि मृतक के परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी दी जाए।
आगरा पुलिस की ओर से बुधवार को कहा गया है कि आगरा में एक सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में मृतक के परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस ने हिरासत में लिया।
यहां धारा 144 लगाई गई है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस लाइंस ले जाया जा रहा है। उन्हें आगरा नहीं जाने दिया जाएगा।
आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण की ओर से कहा गया है कि शासन द्वारा मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। इससे पहले इसी से जुड़े दूसरे मुद्दे में थाने पर मालखाने से सामान चोरी के चलते लापरवाही के मद्देनज़र तत्कालीन एसएचओ सहित 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।