रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि विधायक दीपिका पांडेय सिंह द्वारा राज्य की गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन देने की सलाह उनका व्यक्तिगत मत है और पार्टी इससे कतई इक्तेफाक नहीं रखती है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की सरपस्ती में और एक-एक कार्यकर्त्ताओं की मेहनत की बदौलत झारखंड में भाजपा को सत्ता से बेदखल कर गठबंधन सरकार बनाने का मौका मिला है और सरकार में शामिल होने का निर्णय पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का है, यह फैसला किसी एक विधायक या नेता-कार्यकर्त्ता का नहीं है, बल्कि मौजूदा हालात में झारखंड का सर्वांगीण विकास कैसे हो, इसे ध्यान में रखकर पार्टी ने सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है।
आलोक दूबे ने कहा कि विधायक दीपिका पांडेय सिंह के मौके-बेमौके इस तरह की अनर्गल बयानबाजी से पार्टी के आम कार्यकर्त्ताओं को भी शर्मिंदिगी महसूस करना पड़ता है और विकास की चाह रखने वाले कार्यकर्त्ताओं का मनोबल भी गिरता है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि किसी विधायक द्वारा त्यागपत्र दिये जाने की चेतावनी को पार्टी नेतृत्व ने काफी गंभीरता से लिया है और इस तरह की बयानबाजी की जगह कोई भी बात पार्टी फोरम में रखने से ही समस्या का समाधान संभव है।
झारखंड कांग्रेस में आखिर ये क्या हो रहा है ?
गठबंधन की सरकार में क्या गांठे पड़नी शुरू हो गई है ? कांग्रेसी विधायक दीपिका ने क्यों कहा कि हेमंत सरकार को बाहर से समर्थन दिया जाए ? कांग्रेस क्यों अपने विधायक से इत्तेफाक नहीं रखती है ? क्या ये प्रेशर पॉलिटिक्स का हिस्सा तो नहीं है ?