Assam Election : असम के चाय बगान में क्या कर रही है प्रियंका गांधी ?

असम विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस महासचिव प्रिंयका गांधी इन दिनों असम दौरे पर हैं। समाज के हर तबके के साथ वो संवाद करके चुनावी माहौल को पार्टी के पक्ष में करने की पुरजोर कोशिश कर रही हैं।

गुवाहाटी। जब भी चुनाव होता है, तो नेताओं की चहलकदमी बढ जाती है। नेताओं आम लोगों से मिलने का कोई मौका नहीं चूकते। जो काम आमतौर पर नहीं करते होते हैं, वो सब काम एक एक करके करते हैं। असम में बीते दो दिनों से जिस प्रकार से कांगे्रस महासचिव प्रियंका गांधी दिख रहीं हैं, वो चुनावी दौरा ही है।

असल में, सोमवार को गुवाहाटी के प्रसिद्ध शक्तिपीठ कामख्या मंदिर में कांग्रेस महासचिव पहुंची। वहां पूजा अर्चना की। पंडितों और लोगों से बात की। इससे यह संदेश देने की कोशिश हुई कि कांग्रेस हिंदुओं के मान-सम्मान की चिंता करती है। मंगलवार को असम के चायबगान में जैसे ही मजदूरों ने अपने बीच प्रियंका गांधी को देखा, तो उन्हें सहसा भरोसा नहीं हुआ कि उनके साथ प्रियंका गांधी हैं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने साधारु में चाय बागान के कर्मचारियों से बातचीत की। कुछ समय बिताएं। उनके साथ चाय की पत्तियां भी चुनीं। सभी का हालचाल पूछा। उनकी समस्याओं के समाधान की बात की। प्रियंका गांधी ने कहा कि हमें आपके समस्याओं का पता है। हमें आपके सपनों को पूरा करना है। हमें असम के साथ पूरे देश के मजदूरों और महिलाओं की चिंता है। महिलाओं सशक्त और सुरक्षित होंगी, तभी हमारा समाज और देश विकसित होगा। इसलिए असम में कांग्रेस आपके सभी बातों की चिंता करती है और आगे करती रहेगी।

बातचीत के दौरान कुछ लोगों ने अपनी समस्याएं भी बताईं। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनती है, तो उनके सभी समस्याओं का त्वरित समाधान कराया जाएगा।

असल में, यह सब इसलिए हो रहा है कि असम में विधानसभा चुनाव होना है। वहां भाजपा की सत्ता है। कांग्रेस के बडे नेता इस बार असम में कांग्रेस को जीत दिलाना चाहते हैं। इसलिए कांग्रेस की ओर अधिक से अधिक जनता तक अपने नेताओं को पहुंचाने की चुनौती है।