क्यों लिया गया पप्पू यादव के खिलाफ एक्शन ?

पप्पू यादव को किसी सरकार के इशारे पर थोड़े ना गिरफ्तार किया गया है, ये तो सिस्टम अपना काम कर रही है। और इस सिस्टम के मुंह पर उस वक्त दही जम जाती है जब किसी मरीज को अस्पताल में बेड नहीं मिल पाता है।

पटना। कोरोना संक्रमण के बिगड़े हालात के बीच पटना पुलिस ने जाप नेता व पूर्व सांसद पप्पू यादव को हिरासत में ले लिया है। मंगलवार सुबह पटना पुलिस पप्पू यादव के पास पहुंची और उन्हें हाउस अरेस्ट किया। थोड़ी देर बाद पूर्व सांसद को बुद्धा कॉलोनी थाना लेकर आया गया। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी पर लिखा कि कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं। उन्होंने लिखा ‘PM साहब, CM साहब…, दे दो फांसी, या भेज दो जेल झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं। लोगों को बचाऊंगा। बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा।

वजह बताया गया है कि उन्होंने लॉकडाउन उल्लंघन करने के चलते गिरफ्तार किया गया है। पप्पू यादव ने बहुत बड़ा जुर्म किया है….पप्पू यादव अस्पताल में मरीजों को बेड दिलवाने में मदद करते नजर आ रहे हैं, पप्पू यादव कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने में सहयोग करते हैं, पप्पू यादव लॉकडाउन के चलते भूखे लोगों को भोजन मुहैया कराते हैं, पप्पू यादव #बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी यहां धूल खाते हुए एंबुलेंस की पोल खोल देते हैं। जरूरतमंदों की मदद करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं? अब बताइये क्या इतने जुर्म करने वाले पप्पू यादव को जेल की सलाखों के पीछे धकेल नहीं देना चाहिए क्या?

पप्पू यादव गलत कर रहे हैं, उनको भी चाहिए कि देश के ज्यादातर सांसदों-विधायकों की तरह अपने अपने घरों में घुसकर लॉकडाउन के नियमों का पालन करते रहना चाहिए। पप्पू यादव को चाहिए कि अन्य सांसदों व विधायकों की तरह अपने मोबाइल को स्वीच ऑफ मोड में रखलें। पप्पू यादव को सीख लेना चाहिए उन सांसदों व विधायकों से जो कोरोना के खिलाफ जारी इस जंग में अपने आलाकमान के फेसबुक पोस्ट को शेयर व ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अभूतपूर्व योगदान दे रहे हैं।

ये जो सिस्टम है ना, बहुते गजब है। पप्पू यादव को किसी सरकार के इशारे पर थोड़े ना गिरफ्तार किया गया है, ये तो सिस्टम अपना काम कर रही है। और इस सिस्टम के मुंह पर उस वक्त दही जम जाती है जब किसी मरीज को अस्पताल में बेड नहीं मिल पाता है, इस सिस्टम के आंखों पर उस समय में पट्टी बंध जाती है जब ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लैक में मरीजों को खरीदना पड़ जाता है। सिस्टम उस समय में नदारद हो जाता है जब मरीज के परिजन खुद को बेसहारा मान लेते हैं क्योंकि उनकी आंखों के सामने उनका कोई अपना दम तोड़ रहा होता है। और इस सिस्टम के खिलाफ किसी ने आवाज बुलंद किया तो उसका नतीजा सामने है। आज पप्पू यादव गिरफ्तार कर लिए गए हैं तो अब सोच लीजिए कि इस मुद्दे पर अपना मुंह खोलना है या मुंह को बंद कर लेना है। ये #अंधेरगर्दी नहीं तो और क्या है? सबको पता है कि पप्पू यादव के खिलाफ ये एक्शन क्यों लिया गया है?