ईरान और इजरायल को लेकर क्यों जारी हुई ये एडवाइजरी

 

नई दिल्ली। भारत सरकार ने पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अपने नागरिकों के लिए परामर्श जारी किया है। भारत के अलावा चार और देशों ने अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है। भारत ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे ईरान और इजराइल की यात्रा से बचें। भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस ने भी अपने नागरिकों से कहा है कि वे ईरान और इजराइल की यात्रा पर न जाएं। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है और युद्ध छिड़ जाने की आशंका हैं।

इसे देखते हुए भारत ने शुक्रवार शाम को यात्रा परामर्श जारी किया, जिसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक अगली सूचना तक ईरान और इजराइल की यात्रा न करें। विदेश मंत्रालय ने कहा- ईरान या इजराइल में रहने वाले भारतीय वहां के दूतावासों से फौरन संपर्क करें और अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं। इसमें यह भी कहा गया है कि सभी अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और कम से कम बाहर निकलें।

गौरतलब है कि एक अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी दूतावास के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के दो शीर्ष सैन्य कमांडर सहित 13 लोग मारे गए थे। इसके बाद ईरान ने इजराइल को बदला लेने की धमकी दी थी। इस घटना के बाद अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने दावा किया है कि ईरान अगले दो दिन में इजराइल पर हमला कर सकता है। अखबार ने शुक्रवार को अमेरिकी इंटेलीजेंस के हवाले से ये जानकारी दी। इसके बाद ही भारत सहित पांच देशों ने अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया।

अमेरिकी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में ईरानी अधिकारी के हवाले से बताया है कि ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई से हमले का प्लान साझा किया गया है। वो इसके मुमकिन असर का आकलन कर रहे हैं। हालांकि, अधिकारी ने ये भी कहा है कि अभी अंतिम फैसला नहीं किया गया है। दूसरी ओर इजराइल अपने उत्तर और पश्चिम दोनों हिस्सों में ईरान के हमले से निपटने की तैयारी कर रहा है।

ईरान और इजराइल में जारी तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने सऊदी अरब, चीन, तुर्किये और कई यूरोपीय देशों के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की। ब्लिंकेन ने सभी देशों से ईरान को हमला न करने के लिए मनाने को कहा है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा है- विवाद को बढ़ावा देना किसी के भी हित में नहीं है। इससे पहले गुरुवार को अमेरिका ने इजराइल में काम करने वाले अपने नागरिकों और खासकर राजनयिकों के लिए परामर्श जारी किया था। अमेरिका ने अपने दूतावास के कर्मचारियों को यरुशलम, तेल अवीव या बीरशेबा शहर से बिना सावधानी के बाहर न जाने को कहा है।