क्या लव जिहाद के खिलाफ महाराष्ट्र में भी आएगा कानून?

 

मुंबई। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून की मांग को फिर से आगे बढ़ाने का फैसला किया है। भाजपा नेता नितेश राणे ने कहा कि पार्टी नेता जल्द ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलेंगे और उनसे महाराष्ट्र में धर्मांतरण विरोधी कानून लाने का आग्रह करेंगे। राणे ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम सभी हिंदुत्व विचारधारा से जुड़कर जल्द ही सीएम और डिप्टी सीएम से मिलेंगे। हम चाहते हैं कि जिस तरह से प्रदेश में लव जिहाद के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में धर्मांतरण विरोधी कानून लाया जाए जिसके लिए हम और प्रयास करेंगे।

भाजपा नेता ने 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा अपने धर्मांतरण विरोधी कानून में एक संशोधन विधेयक पारित करने पर मीडिया के एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया। हालांकि, महाराष्ट्र में इस साल चुनाव होने है। अगर वहां इस तरह का कोई विधेयक आता है तो सियासी बवाल मचना तय है। उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्म परिवर्तन (संशोधन) विधेयक, 2024 ने कानून बनाया किसी महिला को धोखा देकर उससे शादी करने और अवैध रूप से उसका धर्म परिवर्तन कराने के दोषी पाए जाने वालों के लिए अधिकतम आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान करके सख्त किया गया है।

यह पहली बार नहीं है जब राणे ने राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून की मांग को आगे बढ़ाया है। राणे ने 2022 में भी राज्य में ऐसा कानून बनाने की मांग करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में धर्मांतरण की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि ऐसे पुरुषों को रेट कार्ड दिए जा रहे हैं, जिसके जरिए उन्हें हिंदू महिलाओं को लुभाने के लिए भुगतान किया जाता है, उन्होंने कहा कि राज्य में हिंदू महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है, जिसके लिए ऐसे कानून की जरूरत है।