नई दिल्ली। भारतीय जूडो में उभरती हुई सितारा जूडोका तूलिका मान ने आगामी पेरिस ओलंपिक खेलों में महिलाओं के 78 किलोग्राम से अधिक के वर्ग में अपनी जगह बनाई है। तूलिका ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाली भारत की नौवीं महिला जूडोका होंगी। तूलिका ने बताया कि उन्हें सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम से पर्याप्त सहायता मिली है। उन्होंने उल्लेख किया कि टॉप्स योजना के अंतर्गत कई एथलीट पूरे वर्ष प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए सहायता प्राप्त करते हैं, जिससे उन्हें अपनी रैंकिंग को कायम रखने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा, “जब खर्चों का ध्यान रखा जाता है, तो हम बिना किसी तनाव के प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकते हैं।”
तूलिका ने सबसे पहले बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने के पश्चात प्रसिद्धि प्राप्त की। पिछले महीने अबू धाबी में विश्व चैंपियनशिप के राउंड ऑफ 32 में कनाडा के पोर्टुओन्डो इसासी पर उनकी जीत ने ओलंपिक रैंकिंग में उनकी स्थिति को काफी हद तक बढ़ा दिया। यह जीत एक निर्णायक क्षण था, जिसने उन्हें पेरिस ओलंपिक्स के लिए अर्हता प्राप्त करने में मदद की।
पिछले साल हांग्झोऊ में एशियाई खेलों में उनका पांचवां स्थान और इस साल अप्रैल में हांगकांग में एशियाई चैंपियनशिप में उनका पांचवां स्थान आवश्यक अंक अर्जित करने में महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, “मैंने एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप में तीन-तीन मुकाबले जीते। हांगकांग में ही मैंने पहली बार सोचा कि शायद मैं यह कर सकती हूं।” उन्होंने आगे कहा, “विश्व चैंपियनशिप में जीत ने मेरी मदद की।”
टॉप्स योजना युवा मामले और खेल मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य भारत के शीर्ष एथलीटों को सहायता मुहैया कराना है। यह योजना विदेशी प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता, उपकरण, कोचिंग शिविरों के साथ-साथ मासिक वजीफे के माध्यम से ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के लिए संभावित एथलीटों की मदद करती है।