यास ने मचाई तबाही, उपायुक्त निकले सड़कों पर….

तूफान के कारण हुए बारिश ने कई नुकसान भी किए है। साहिबगंज कॉलेज की चहारदीवारी और सदर अस्पताल की चहारदीवारी टूटकर गिर गए।

बंगाल की खड़ी से उठे यास चक्रवाती तूफान झारखंड में प्रवेश करने के साथ ही अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। साहिबगंज जिले में भी इस तूफान ने काफी तबाही मचाई है। जिले में बुधवार से शुरू हुई बारिश गुरुवार देर रात तक चली। शुक्रवार की सुबह 5 बजे से बारिश ने मुशलाधार रूप ले लिया और साढ़े 3 घंटे के घनघोर बारिश के बाद सुबह 8.30 बजे बारिश थम गया। जिले के कृषि विज्ञान केंद्र ने शहरी इलाकों में पिछले 24 घंटों में 288.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज किया है जबकि जिला प्रशासन ने पूरे जिला में पिछले 24 घंटों में औसत 174.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज किया।

इस दौरान तूफान के कारण लोग भी अपने घरों में बंद रहे। मुशलाधार बारिश से कई निचले इलाकों में पानी घुस गया है जिससे ऐसे स्थानों में बने घर टापू बन गए है। जिले के कई क्षेत्रों की सड़कें तालाब बन चुकी है। शहर के तालबन्ना, रसूलपुर दहला, सुभाष कॉलोनी, भट्ठा, भरतिया कॉलोनी, जिरवाबाड़ी, साउथ कॉलोनी, झरना कॉलोनी,प्रोफेसर कॉलोनी, हरिपुर, छोटा पचगढ़, मदनशाही, चानन, हबीबपुर, कुलीपड़ा,शास्त्री नगर, जयप्रकाश नगर, सदर अस्पताल, साहिबगंज कॉलेज सहित कई इलाके जलमग्न हो गए है। पहाड़ का पानी सड़कों पर आ जाने से सड़क किनारे के कई दुकानों में पानी घुस गया।

तूफान के कारण हुए बारिश ने कई नुकसान भी किए है। साहिबगंज कॉलेज की चहारदीवारी और सदर अस्पताल की चहारदीवारी टूटकर गिर गए। कई इलाकों में पानी सर के ऊपर तक आ गया है। बेतहाशा पानी के कारण प्रशासन की तमाम तैयारियां धरी रह गई। हालांकि कई स्थानों पर बाड़ में फंसे लोगों को जेसीबी के मदद से निकालने की कोशिश की गई। उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सभी संबंधित विभाग को हाई अलर्ट मोड पर रखा हुआ है। जिले के उपायुक्त रामनिवास यादव बारिश खत्म होने पर स्थिति का जायजा लेने सड़क पर उतरे। इस दौरान उपायुक्त ने शहर के कई क्षेत्रों का निरीक्षण कर कई दिशानिर्देश भी दिए। उपायुक्त ने बताया की लॉक डाउन के कारण जिन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है वैसे किसी भी दुकान में बारिश का पानी घुस गया हो तो दुकानदार अपनी दुकान की सफाई करने के लिए दुकान खोल सकते है मगर इस दौरान किसी भी प्रकार के सामानों की खरीद बिक्री नहीं होगी।