Youth Story, ये प्यार है या लस्ट, पढ़ें लव लेटर

प्यार और आकर्षण में अंतर होता है। इसे समझे बिना आप गहाराइयों में तो चले जाएंगे, लेकिन दिल में कैद नहीं हो पाएंगे। अब यह कैसा प्यार। इसे आपकी भाषा में लस्ट ही कहेंगे।

नई दिल्ली। आप को भी प्यार हो गया है। पार्टनर को प्रपोज कर दिया है, पर उसका जवाब नहीं मिला। हम बताएं सही जवाब। जवाब मिलेगा भी नहीं। भई आपको डरा नहीं रहे। सच बता रहे हैं। यूं ही नहीं कह रहे। अधिकांश यूथ में प्यार की परिभाषा बदल गई है। उसमें लस्ट में घुसपैठ कर लिया है। लस्ट गलत नहीं है, थोड़ा बहुत ठीक है, पर प्यार में पूरा-पूरा लस्ट ठीक नहीं।

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वैसे हम आपको बता सकते हैं। पर प्यार के मामले में हिदायतें देना और अपने फैसले पर मुहर लगाने की हठ बेमानी है। आखिर दिल के मामलों किसी की सोच थोड़ा चलती है। आखिर यह फैसला नितांत निजी है। फिर कहेंगे कि आप प्यार के मामले में सबकी सुनें, पर अपने दिल की आवाज सुनें। आखिर दिल कभी झूठ नहीं बोलता।एक लव लेटर पढ़ें। इसमें लव, प्रपोज, रिप्लाई का सच-सच जवाब मिलेगा। पढ़िए, सोचिए और फिर फैसला लें।

लास्ट चांस नहीं

तुझे इतने इशारे दिए। पर तू समझ नहीं पाया। शायद तू समझना ही नहीं चाहता होगा। कहां तुम और कहां मैं। छह महीने तेरे आसपास रही। पता नहीं तुम समझ पाए कि नहीं, पर मैंने तुम्हारी हस्ती को अच्छे से जान लिया। पागल थी मैं। प्यार नहीं लस्ट था। तुम्हें पॉश तरीके की होर चाहिए थी, जो सिर्फ तुम्हारे अर्कोडिंग चले। सॉरी सैम मैं ऐसी नहीं हूं। तुम्हारे एक इशारे से मैं सपने बुनने लगी। मैं सपनों की दुनिया में काफी आगे निकल गई थी। जब आंख खुली, तो पता चला कि सब फरेब था। तुमसे अब कोई शिकवा, शिकायत नहीं है। सुंदर लड़कियों से खेलना तुम्हारी आदत है। एक बार किसी को लाइमलाइट में लाओ और जब बात बनती नहीं दिखे तो उस पर बैड टैग लगा दो। सैम बाबू, तुम फितरत से बाज नहीं आओगे। थैंक्स गॉड, मुझे बचा लिया। वरना सैम के चक्कर में अपनी लाइफ को मेस बना देती। थैंक्यू सैम, तुम्हारे कारण लड़कों की फितरत को जान पाई।