क्यों चिराग के सामने बौने साबित हुए पशुपति पारस !

 

पटना। बिहार की राजनीति में रामबिलास पासवान की विरासत को लेकर नया खेल हो गया है। केंद्र की राजनीति में आने के लोभ में भले ही चाचा पशुपति पारस ने अपने भतीजे को सत्ता से दूर करवाया था, लेकिन लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा ने चिराग पासवान को ही अपने साथ रखा है।

बिहार में एनडीए नेताओं ने सोमवार को राज्य में सीट बंटवारे की घोषणा करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने कहा कि बीजेपी 17 लोकसभा सीटों पर, जेडीयू 16 सीटों पर, एलजेपी (रामविलास) पांच सीटों पर और दो अन्य पार्टियां एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा एक-एक सीट पर हैं। हालांकि, केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के नेतृत्व वाले एलजेपी गुट के साथ सीट बंटवारे में हाथ खाली रह गया। इस बारे में पूछे जाने पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, ”उनसे बातचीत चल रही है।”

एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने जिस तरह से हमारी पार्टी का सम्मान बनाए रखा, इसके लिए मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं।’ एनडीए के सभी साथियों को धन्यवाद, जिस सहजता से सीटों का बंटवारा हुआ है और गठबंधन को मजबूत करने के लिए हर दल ने जो त्याग किया है, वह सराहनीय है। हम सभी 40 सीटें जीतने के पीएम मोदी के दृष्टिकोण को हासिल करने के लिए मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जमुई, हाजीपुर, खगड़िया, समस्तीपुर और वैशाली में चुनाव लड़ेगी एलजेपी।

चिराग ने आगे कहा कि जब मेरे पिता (रामविलास पासवान) का निधन हो गया, तो पार्टी और परिवार को एक साथ रखने की जिम्मेदारी मेरे चाचा (पशुपति कुमार पारस) पर थी और मेरे पिता जहां भी थे उन्हें आज यह देखकर दुख हुआ होगा कि जिस पार्टी और चुनाव चिह्न को उन्होंने चुना था, वह अभी भी बंद है। लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी की सुनामी में भाजपा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और दिवंगत राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को संयुक्त रूप से 39 सीट पर जीत मिली थी। राज्य में राजग का मत प्रतिशत 53 से अधिक था, जो विपक्षी महागठबंधन को मिले मतों से लगभग 20 प्रतिशत ज्यादा था।

पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, महाराजगंज, सारण, बेगुसराय, नवादा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर और सासाराम उन प्रमुख सीटों में से हैं जहां भाजपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 5 सीटों- वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई पर चुनाव लड़ेगी। गया और काराकाट सीटों पर क्रमशः हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा अपने प्रत्याशी उतारेंगे। जदयू के खाते में वामिकी नगर, सीतामढी, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, गोपालगंज, सीवान, भागलपुर, बांका, मुंगेर, नालन्दा, जहानबाद और शिवहर की सीटें गई है।