वेब बेस्ड ई-मोबिलिटी डैशबोर्ड व ईवी एक्सेलरेटर सेल के मोबाइल ऐप का जल्द होगा विकास

यूपीडेस्को में पहले से इंपैनल्ड एजेंसियों किसी एक को मिलेगा एजेंसी निर्धारण प्रक्रिया के अंतर्गत मौका, कार्यावंटन के बाद 90 दिन की समयावधि में परियोजना होगी पूरी

 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध सीएम योगी के विजन अनुसार प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल को वरीयता देने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। अब इस क्रम में, प्रदेश में निवेश को ट्रैक करने के लिए नोडल एजेंसी के तौर पर कार्यरत इन्वेस्ट यूपी द्वारा जल्द ही वेब बेस्ड ई-मोबिलिटी डैशबोर्ड और ईवी एक्सलरेटर सेल के लिए मोबाइल ऐप विकसित कराया जाएगा। इस कार्य को उत्तर प्रदेश सिस्टम डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीडेस्को) को सौंपा गया है तथा यूपीडेस्को में पहले से इंपैनल्ड एजेंसियों को कार्यावंटन प्राप्त कर डैशबोर्ड व ऐप डेवलपमेंट का काम सौंपा जाएगा। इस दिशा में एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और कार्यावंटन प्राप्त करने के बाद निर्धारित एजेंसी को इन दोनों कार्यों को 90 दिन के अंदर पूरा करना होगा। उल्लेखनीय है कि वेब बेस्ड ई-मोबिलिटी डैशबोर्ड व ईवी एक्सेलरेटर सेल के मोबाइल ऐप को एनहांस्ड डाटा विजिबिलिटी, इंप्रूव्ड मॉनिटरिंग, एफेक्टिव मैनेजमेंट, ट्रांसपेरेंसी व पब्लिक एंगेजमेंट जैसे एडवांस्ड फीचर्स से लैस किया जाएगा। वहीं, इसके डाटाबेस निर्माण के लिए परिवहन, नगरी विकास, पावर कॉर्पोरेशन, आवासीय विभाग समेत यूपीडा से प्राप्त जानकारियों का संकलन किया जाएगा।

परियोजना के अंतर्गत, प्रस्तावित डैशबोर्ड राज्य में पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) विवरणों की निगरानी और प्रबंधन के लिए एक केंद्रीकृत मंच प्रदान करेगा। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) का लक्ष्य परिवहन के स्वच्छ, अधिक टिकाऊ तरीकों को प्रोत्साहित करना है। राज्य में ई-मोबिलिटी के निष्पादन और निगरानी के उद्देश्य को पूरा करने के लिए ईवी एक्सेलेरेटर सेल की स्थापना की जाएगी। इन्वेस्ट यूपी ने राज्य में ईवी संचालन की निगरानी, ​​प्रबंधन और योजना बनाने और व्यापक पैमाने पर ईवी अपनाने को बढ़ावा देने और देश भर में एक उदाहरण स्थापित करने के लिए ‘यूपी ई-मोबिलिटी डैशबोर्ड’ विकसित करने का प्रस्ताव दिया है। प्रस्तावित ई-मोबिलिटी डैशबोर्ड उत्तर प्रदेश सरकार के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की निगरानी, ​​प्रबंधन और अपनाने को बढ़ावा देने के लिए एक मूल्यवान उपकरण होगा। यह परियोजना राज्य की स्वच्छ और अधिक टिकाऊ परिवहन भविष्य की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। यह ई-मोबिलिटी डैशबोर्ड संबंधित विभागों और इन्वेस्ट यूपी अधिकारियों के लिए उत्तर प्रदेश में ईवी और चार्जिंग स्टेशनों की तैनाती और उपयोग को ट्रैक करने, प्रबंधित करने और मूल्यांकन करने के लिए डिजाइन किया जाएगा। इससे ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने, कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने और जीवाश्म ईंधन की बचत करने में मदद मिलेगी।

डैशबोर्ड व ऐप को इस प्रकार से विकसित किया जाएगा कि उसमें इंटरैक्टिव मैप, व्हीकल रजिस्ट्रेशन मैनेजमेंट, डाटा एनालिटिक्स व रिपोर्टिंग, चार्जिंग स्टेशन डिटेल्स, ईवी पर्चेज इंसेंटिव डिस्बर्समेंट, बैटरी स्वैपिंग स्टेशंस की जानकारी, यूजर मैनेजमेंट व पब्लिक डैशबोर्ड जैसी सुविधाओं को शामिल किया जाएगा। यह पॉलिसी डिसीजन के बारे में जानकारी देने, रिसोर्स एलोकेशन के सुदृढ़ीकरण, पारदर्शिता को बढ़ावा देने जैसी प्रक्रिया को पूरा करने का माध्यम बन ई-मोबिलिटी सेक्टर के सस्टेनेबल ग्रोथ का माध्यम बनेगा।