नई दिल्ली। देश में दैनिक मामलों में कोरोना की संख्या बेहद कम होती जा रही है। लोग कामों पर निकल रहे हैं। सरकार की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि कोविड वैक्सीन (COVID19 Vaccine) जरूर लगाएं। विशेषज्ञों की ओर से कहा जा रहा है कि जो लोग वैक्सीन नहीं लगाए हैं, उनके लिए डेल्टा वैरिएंट (Delta Varient) अधिक खतरनाक हो सकता है। भारत में डेल्टा वैरिएंट की सबसे पहले पहचान हुई थी, इसे B.1.617.2 नाम से भी जाना जाता है।
बता दें कि मंगलवार की सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) की ओर से जारी आंकड़ा में बताया गया है कि भारत में #COVID19 के 34,703 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 3,06,19,932 हुई। 553 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 4,03,281 हो गई है। 51,864 नए डिस्चार्ज के बाद कुल डिस्चार्ज की संख्या 2,97,52,294 हुई। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 4,64,357 है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 37.07 करोड़ से ज़्यादा डोज़ उपलब्ध कराई गई है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी वैक्सीन की 1.66 करोड़ से ज़्यादा डोज़ उपलब्ध है। बीते दिन देशभर में कोरोना के 34 हजार 703 नए मामले दर्ज किए गए हैं जो कि पिछले 111 दिनों में सबसे कम हैं।
असल में, यूएस के सर्जन जनरल डॉक्टर विवेक मूर्ति ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट से सबसे ज्यादा खतरा उनको है जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है। भारत में अभी तक तकरीबन 6.45 करोड़ लोग ही कोरोना की दोनों डोज पा सके हैं। जबकि तकरीबन 36 करोड़ कोरोना की डोज देश में अभी तक दी जा चुकी है। पिछले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एबनॉम गेब्रिसियस ने डेल्टा वैरिएंट को अबतक का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट बताया था।