नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना के दैनिक संक्रमण के मामले भले की कम हो रहे हैं। गुरुवार को केवल एक मौत की खबर सामने आई। इसका मतलब यह नहीं कि सरकार कोई और ढिलाई देने के मूड में है। जो चीजें खोली गई हैं, उस पर भी सरकार की नजर है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर दिल्ली सरकार लगातार चिंतित है और स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं कर सकती है। इसलिए दिल्ली के स्कूल अभी नहीं खोले जाएंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफतौर पर कह दिया है कि उनकी सरकार तब तक कोई जोखिम नहीं उठाना चाहेगी जब तक कि कोरोना वायरस बीमारी के खिलाफ टीकाकरण प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती। जब स्कूल खोले जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, अभी नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, रुझान बताते हैं कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर आती दिख रही है। इसलिए हम टीकाकरण प्रक्रिया पूरी होने तक कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि बच्चों को pneumonia, meningitis, sepsis आदि कई गंभीर बीमारियों के लिए दिल्ली में आज से Pneumococcal vaccine लगना शुरु हो गया है। ये टीका बहुत महँगा है पर सभी सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरी में ये टीका मुफ़्त लगेगा।
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कभी कहा है कि अगर दिल्ली में किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहा बच्चा सरकारी स्कूल में आना चाहता है और उसका प्राइवेट स्कूल फीस या किसी अन्य कारण से उसको TC नहीं दे रहा है तो अब सरकारी स्कूल में उसका एडमिशन बिना TC के भी होगा। प्राइवेट स्कूल से बच्चे की TC शिक्षा विभाग ले लेगा।
बता दें कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 72 नए मामले सामने आए, 88 ठीक हुए और एक लोग की मौत हो गई। इसके साथ कुल सक्रिय मामलों की संख्या 671 हो गई, जबकि स्वस्थ होने वालों की संख्या 14,09,660 हो गई।