अमृतसर। पंजाब में कोविड वैक्सीन को लेकर शुरूआत में लोगों में झिझक देखी गई, लेकिन स्थानीय प्रशासन की सहायता से वैक्सीनेशन से जुड़ी तमाम भ्रांतियो को दूर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए गए। जिसका नतीजा यह हुआ कि गुरदासपुर, लुधियाना, फगवाड़ा, फरीदकोट, जालंधर, फिरोजपुर आदि जिलों में टीकाकरण की गति औसत से अधिक है। पंजाब के होशियारपुर जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है, जहां 239 गांव की आबादी में सभी को वैक्सीन दिया जा चुका है। लगभग तीन करोड़ (वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार) की आबादी वाले पंजाब की 35 प्रतिशत जनसंख्या को कोविड वैक्सीन दिया जा चुका है।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. बलविंदर कौर ने बताया कि कई जिलों में शुरूआत में टीकाकरण को लेकर झिझक देखी गई। लोगों के मन में वैक्सीन की गुणवत्ता और प्रभावकारिता को लेकर भी भ्रम था, एक अहम पहलू यह था कि वैक्सीन लेने के बाद एल्कोहल ले सकते हैं या नहीं, साथ ही वैक्सीन से प्रजननक्षमता के प्रभावित होने को लेकर भी लोगों के मन में शंका थी। इसके लिए हमने सबसे पहले पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया, जिसमें विशेषज्ञों की टीम के जरिए लोगों को समझाया गया, उनके प्रश्न लिए गए और जवाब दिया गया। इसका असर यह हुआ कि जागरूकता कार्यक्रम के अगले दिन जब हमारी टीम टीकाकरण के लिए पहुंचती तो सभी लोग वैक्सीन के लिए लाइन में लग जाते। यह सबसे बेहतर अनुभव रहा और हमने इसे आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्राओं की मदद से अन्य जिलों में भी शुरू किया।
कुछ जिलों में हालांकि अभी टीकाकरण की गति धीमी है, लेकिन इसे भी जल्द ही दुरूस्त कर लिया जाएगा। डॉ. बलविंदर ने बताया कि मोहाली में हमने वर्चुअल मीटिंग कर टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाया, मोहाली में 65 प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है। होशियारपुर के आंकड़े राज्य में (ग्रामीण क्षेत्र में टीकाकरण) सबसे बेहतर हैं, जहां शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है। होशियारपुर की जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग ने बताया कि वैक्सीनेशन से पहले हमने जिला पंचायत की सहायता से लोगों की काउंसलिंग की, पंचायत स्तर पर सरपंचों की बात लोग स्वीकार करते है, फिर हमें सरकार द्वारा वैक्सीन के लिए चलाई गई योजनाओं का भी लाभ मिला। जिसमें सरकार ने शत प्रतिशत टीकाकरण करने वाली पंचायतों को अनेक तरह के इनाम देने की घोषणा की, इससे सभी पंचायतों में बेहतर करने की होड़ मच गई और टीकाकरण में गति आई।
होशियारपुर में शुरूआत में महिलाएं टीकाकरण के लिए काफी शंकित थी, उनमें इस बात का भय था कि वैक्सीन से अन्य तरह के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसके लिए स्थानीय स्तर पर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सहायता ली गई। काउंसलिंग के बाद महिलाओं सहित 18 प्लस के वर्ग भी वैक्सीन लेने के लिए आगे आने लगे। डॉ. सीमा ने बताया कि होशियारपुर के 239 गांवों में शत प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। 1.5 लाख आबादी को दोनों डोज और 6.5 लाख आबादी को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। जिले में अब तक कुल आठ लाख लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
अन्य जिलों के आंकड़े
– अमृतसर के 32 ब्लॉक में 22387 लोगों को कोविड का वैक्सीन दिया गया, अमृतसर के लोपोके ब्लॉक के एअरपोर्ट राजासनानी गांव में सबसे अधिक 1590 लोगों को कोविड का वैक्सीन दिया गया, वहीं इसी ब्लॉक के बलागन गांव के 1410 लोगों को कोविड का वैक्सीन दिया गया।
– कपूरथला के जिला बेगोवॉल ब्लॉक के चार गांवों में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है। इसमें हसुवाल, घाघ और मंडी गांव शामिल हैं।
– शहीद भगत सिंह नगर के चार गांव अटारी, बैरसाल, गरहीभारती और सेलमपुर में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
– तरणतारन जिला श्री मुक्तसर के पक्की तिब्बी और चकउधमसिंह में 18 साल से अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
– लुधियाना के भिखी खाटरा और भैनी साहिब गांव में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
– इसी तरह जालंधर के 35 गांव में पहली डोज का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।