पटना। बिहार में बाढ़ की विभिषिका देखने में आ रही है। मानसून में कई जिलों में काफी बारिश होना। कई नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो गई है। गांवों में बाढ़ का पानी बढ़ता जा रहा है। राजधानी पटना के कई इलाकों में भी बाढ़ का पानी आ चुका है। गंगा किनारे स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हालात का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ राज्य के जलसंसाधन मंत्री संजय झा भी रहे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने गंगा नदी के आसपास के कई इलाकों का दौरा कर अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति को देखा है। 2016 में गंगा नदी के किनारे वाले ज़िलों में बाढ़ के पानी से जो असर हुआ था, उसे ध्यान में रखते हुए इस बार पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया है।गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के पश्चात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित ज़िलों के ज़िलाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।
गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के पश्चात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक किया। https://t.co/t4VU1zCAQ2 pic.twitter.com/Nyif6nmueB
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 11, 2021
बता दें कि बीते कई दशक से बिहार और बाढ़ एक दूसरे के पर्याय दिखते हैं। कोई ऐसा साल नहीं है, जब यहां बाढ़ न आई हो। कई जगहों पर गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है, पटना से गुजरने वाली गंगा, पुनपुन और सोन का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कोसी का पानी भी कई गांवों में फैल गया है। खगडिय़ा में जमींदारी बांध टूटने के कारण आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है। मुंगेर जिले में गंगा का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है। कटिहार के कुरसेला प्रखंड में गंगा व कोसी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और कई इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है।