Assembly Election 2022 : यूपी सहित पांच राज्यों में हो गया चुनावी शंखनाद, 7 चरण में होंगे चुनाव

15 जनवरी तक यात्रा रोड शो, साइकिल-बाइक रैली पर पाबंदी रहेगी। जबकि चुनावी दल वर्चुअल तरीके से रैली कर सकते हैं। डोर टू डोर कैंपेन के लिए सिर्फ 5 लोगों की ही इजाजत रहेगी। घर-घर जाकर सिर्फ 5 लोग ही प्रचार कर सकेंगे।

नई दिल्ली। कोरोना महामारी को लेकर कुछ दिशा-निर्देश देते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के लिए चुनावी तारीखों की घोषणा कर दी है। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 7 चरण में मतदान होंगे। 10 मार्च को चुनाव नतीजे आ जाएंगे। विज्ञान भवन में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि यूपी समेत सभी 5 राज्यों में वोटिंग का समय एक घंटा बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा सभी राज्यों में 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली, रोड शो, बाइक रैली, नुक्कड़ सभाओं पर रोक लगा दी गई है। सिर्फ वर्चुअल कैंपेन की ही अनुमति होगी। 15 जनवरी के बाद हालात की समीक्षा की जाएगी। यदि कोरोना नियंत्रण में होता है तो फिर कुछ छूट दी जा सकती हैं। चुनाव की समाप्ति के बाद किसी भी तरह के विजय जुलूस पर रोक होगी।

चुनाव की घोषणा होते ही उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। अब इन राज्यों की कई प्रशासनिक निर्णयों को लेकर राज्य प्रशासन को चुनाव आयोग को अवगत कराना होगा। 403 विधानसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 7 चरणों मतदान होगा। इसके अलावा उत्तराखंड और पंजाब में 14 फरवरी को एक ही राउंड में मतदान होना है। उत्तर प्रदेश में पहले राउंड की वोटिंग 10 फरवरी को होगी। इसके बाद दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होना है। 20 फरवरी को तीसरे और 23 तारीख को चौथे राउंड की वोटिंग होगी। 27 फरवरी को 5वें, 3 मार्च को छठे और 7 मार्च को 7राउंड का मतदान होना है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि 10 मार्च को सभी 5 राज्यों के नतीजों का ऐलान किया जाएगा।

इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि हमें महामारी से निकलने का यकीन रखना होगा। उन्होंने नियमों के बारे में बताते हुए एक शेर से शुरुआत की। सुशील चंद्रा ने कहा, ‘यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है।’ चुनाव में तैनात सभी कर्मियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए। चुनाव आयुक्त ने कहा कि उत्तराखंड और गोवा में ज्यादातर लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। यूपी में 90 फीसदी वयस्कों को कम से एक टीका लग चुका है।