मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले मामले को लेकर कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की ईडी रिमांड को जीएनसीटीडी की आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांच और दिनों के लिए बढ़ा दिया है।
Excise policy case | Delhi's Rouse Avenue Court extends Delhi's former Deputy Chief Minister Manish Sisodia ED remand by five more days in a money laundering case pertaining to alleged irregularities in the framing and implementation of the excise policy of GNCTD. pic.twitter.com/oIKH9FqN8m
— ANI (@ANI) March 17, 2023
ED के वकील ने इसे लेकर कोर्ट में कहा की हमने सिसोदिया के कई बयान लिए हैं और तीन लोगों के साथ उनका सामना करवाया है, जिसमें आबकारी आयुक्त और एक आईएएस अधिकारी शामिल हैं, जो सभी जीओएम में मौजूद थे। जब हमने उनसे फोन बदलने के बारे में पूछा, तो वह जवाब देने में असमर्थ थे कि फोन वर्तमान में कहां है यही नहीं विशाल मेल डेटा, मोबाइल डेटा इन सभी का फोरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है।अगर हमें रिमांड नहीं मिली तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा।वही मनीष सिसोदिया के वकील द्वारा यह दलील दी गई की इन सभी एजेंसियों ने महज एक दिन पहले कॉस्मेटिक का काम किया है। फोन बदलना सीबीआई रिमांड का हिस्सा था, उनके रिमांड आवेदन का हिस्सा था। समान सारणीकरण, समान संख्याओं का उल्लेख किया गया है। उन्हें और रिमांड को सही ठहराने की जरूरत है। उन्होंने जिन बिंदुओं का उल्लेख किया है, वे उनके अनुसार शराब घोटाले में सीबीआई द्वारा की गई जांच से संबंधित हैं। एक एजेंसी ने ईमेल डंप लिया है और अक्टूबर में मुझसे पूछताछ की है. क्या उन्हें फिर से मेल डंप करने और फिर से रिमांड लेने में इतना समय लग गया? बता दे दोंनो तरफ की दलील सुनने के बाद आखिर में कोर्ट ने सिसोदिया को 22 मार्च तक के लिए ED रिमांड पर भेज दिया।