भाजपा चट्टान की तरह मुख्यमंत्री शिंदे के साथ खड़ी है और खड़ी रहेगी : शाह

पुणे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मानना है कि एकनाथ शिंदे समूह को पार्टी का नाम और चुनाव चिंन्ह देकर चुनाव आयोग ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया वे “मोदी @ 20” पुस्तक के मराठी अनुवाद के विमोचन के लिए आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे।

शाह ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर कहा कि जिन लोगों ने सत्ता के लालच में विचारधारा बदल ली है, उन्हें अवश्य ही सच्चाई की ताकत का एहसास हो गया होगा।उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन में पिछला चुनाव लड़ा, प्रचार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के पोस्टर भी लगाए और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व को स्वीकार किया, लेकिन जब सरकार बनाने की बारी आई, तो सीएम पद के लालच में विपरीत विचारधारा वालों के पैर पड़ गए।


मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य के अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं की उपस्थिति में बोलते हुए, शाह ने शिंदे के बयान का उल्लेख किया कि उन्होंने धनुष और तीर के प्रतीक चिन्ह को मुक्त कर दिया था, जिसे गिरवी रख दिया गया था, और कहा, उद्धव ने न केवल हमारे साथ विश्वासघात किया, बल्कि बालासाहेब (ठाकरे) की विचारधारा और शिवसैनिकों के साथ भी विश्वासघात किया।

यह कहते हुए कि राज्य में असली शिवसेना-भाजपा गठबंधन वापस आ गया है, शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि गठबंधन अगले चुनावों में महाराष्ट्र की सभी लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करे। “धोखा देने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। अगर बख्श दिया जाए तो विश्वासघात करने वालों का विश्वास और बढ़ जाता है।’

सीएम शिंदे ने कहा शाह ने एक चट्टान की तरह उनका समर्थन किया था और एक बार जब केंद्रीय मंत्री ने अपना वचन दिया, तो यह अंतिम था। शिंदे ने कहा कि जब वह पिछले साल महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रहे थे तो पीएम मोदी और शाह ने उनसे कहा था कि आगे बढ़ो और चिंता मत करो। “अमितजी ने मुझे बताया कि मुझे उनका समर्थन प्राप्त है। मुझे अभी भी उनकी बातें याद हैं। उन्होंने कहा था, ‘शिंदेजी आगे बढ़ो, हम आपके पीछे चट्टान की तरह हैं’, शिंदे ने कहा।