उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ बोईंग, पीएम मोदी ने जताया दुख

जकार्ता। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए बोईंग 737-500 की तलाश में लगे राहत एवं बचाव दल के सदस्यों को जावा के समुद्र से रविवार सुबह मानव अवशेष, फटे कपड़े एवं धातु के कुछ टुकड़े मिले हैं। अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि इस विमान में 62 लोग सवार थे। वहीं तलाशी अभियान के तहत अब इसके मलबे और यात्रियों के शव मिलने की बात सामने आ रही है। राष्ट्रीय खोज और बचाव एजेंसी ने बयान जारी करके कहा कि खोज और बचाव दल ने लांकांग और लाकी द्वीपों के बीच ये वस्तुएं बरामद की हैं।

परिवहन मंत्री बी के सुमादी ने संवादाताओं से कहा कि दुर्घटनास्थल का अनुमान लगने के बाद अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया था। राष्ट्रीय खोज एवं बचाव एजेंसी ने बयान जारी करके कहा कि खोज एवं बचाव दल ने लांकांग और लाकी द्वीपों के बीच ये वस्तुएं बरामद की हैं। जानकारी के मुताबिक, बोइंग 737-500 प्लेन जकार्ता के सोएकरनो-हट्टा एयरपोर्ट से उड़ी थी। एक मिनट से कम समय में प्लेन ने 10 हजार फीट का एल्टीट्यूड खो दिया था।

इस घटना पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया में विमान दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि इंडोनेशिया में दुर्भाग्यपूर्ण विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है। भारत इस दुख की घड़ी में इंडोनेशिया के साथ खड़ा है।

बता दें कि जो विमान उड़ान के कुछ ही मिनट के बाद जावा सागर में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया था वो करीब 27 वर्ष पुराना था। हालांकि बोईंग के 737-500 विमान की उम्र केवल 21 वर्ष ही है।