मुंबई। कोरोना काल में कई लोग विदा हो गए। आयु संबंधी परेशानियों को लेकर कई यागदार सिनेमा लिखने वालो 88 वर्षीय सागर सरहदी (Sagar Sarhadi) का रविवार की रात निधन हो गया। उनके परिजनों की ओर से कहा गया कि उन्होंने यहां सियोन के निकट अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
यदि आपको सागर सरहदी (Sagar Sarhadi) का नाम जेहन में नहीं आ रहा है, तो हम बता दें कि उन्होंने कभी कभी, सिलसिला और बाजार जैसी प्रसिद्ध फिल्में लिखीं थी। इस लेखक-फिल्मकार ने अपने जीवन में कई सफल फिल्मों का संवाद लिखा। बताया जाता है कि सागर सरहदी ने उर्दू लघु कथाओं से अपने करियर की शुरुआत की और फिर उर्दू नाट्य लेखक बन गए। फिल्मकार यश चोपड़ा की 1976 में आई अमिताभ बच्चन तथा राखी अभिनीत फिल्म कभी कभी से उन्होंने बॉलीवुड में प्रवेश किया। सरहदी ने चोपड़ा की अमिताभ बच्चन-रेखा अभिनीत सिलसिला (1981) और श्रीदेवी तथा ऋषि कपूर अभिनीत चांदनी जैसी फिल्मों के लिए शानदार संवाद लेखन किया।
बता दें कि उनका जन्म पाकिस्तान के ऐबटाबाद शहर के निकट बफ्फा शहर में हुआ था। उस समय उनका नाम गंगा सागर तलवार था। सीमांत प्रांत से संबंध होने के चलते उन्होंने अपने नाम के आगे सरहदी जोड़ लिया था। 12 साल की आयु में वह दिल्ली आकर रहने लगे थे। उसके बाद मुंबई से नाता जुडा।
जब लेखक के रूप में ख्याति मिलीं, तो सागर सरहदी (Sagar Sarhadi) को कुछ नया करने की सूझीं। उन्होंने साल 1982 में निर्देशन में हाथ आजमाए और सुप्रिया पाठक शाह, फारूक शेख, स्मिता पाटिल तथा नसीरुद्दीन शाह अभिनीत फिल्म बाजार का निर्देशन भी किया। सरहदी ने 1992 में आई अभिनेता शाहरुख खान की पहली फिल्म दीवाना और ऋतिक रोशन की पदार्पण फिल्म कहो ना प्यार है के संवाद भी लिखे।