नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में छठ पर्व करने की अनुमति आखिरकार दिल्ली सरकार की ओर से दे दी गई। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि डीडीएमए की मीटिंग में दिल्ली में छठ पूजा के आयोजनों की भी अनुमति दी गई। अब सभी दिल्लीवासी पूरी श्रद्धा के साथ, लेकिन पूरी सावधानी के साथ, पूर्व निर्धारित स्थलों पर सामूहिक रूप से छठपर्व मना सकेंगे।
असल में, बीते दिनों जैसे ही यह खबर आई थी कि दिल्ली सरकार की ओर से छठ पर्व करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, उसके बाद से दिल्ली प्रदेश भाजपा की ओर से लगातार इसके लिए दबाव बनाया गया। दिल्ली प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी की अगुवाई में छठ रथयात्रा निकाली गई। मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया गया। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता बार-बार अपने बयानों में सरकार की आलोचना करते और उसे पूर्वांचल विरोध करार देने की कोशिश करते हैं।
DDMA की मीटिंग में दिल्ली में छठ पूजा के आयोजनों की भी अनुमति दी गई. अब सभी दिल्लीवासी पूरी श्रद्धा के साथ, लेकिन पूरी सावधानी के साथ, पूर्व निर्धारित स्थलों पर सामूहिक रूप से छठपर्व मना सकेंगे.
— Manish Sisodia (@msisodia) October 27, 2021
बता दें कि दिल्ली में कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं करने को कहा गया था। कोरोना की स्थिति को देखते हुए उस समय दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता वाले दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस संबंध में निर्देश जारी करते हुए लोगों से घर पर ही सुरक्षित तरीके से छठ पूजा मनाने की सलाह दी थी।
बुराड़ी विधानसभा के विधायक और आम आदमी पार्टी के नेता संजीव झा कहते हैं कि भाजपा केवल प्रोपगंडा करतीर है। आम आदमी पार्टी की सरकार सभी लोगों की चिंता करती है। हमने कोरोना महामारी के तमाम पहलुओं को देखने के बाद ही किसी सार्वजनिक आयोजन को करने की अनमुति दे सकते हैं। पूरी व्यवस्था के अंतर्गत डीडीएमए ने पूरी तरह से तमाम पहलुओं को देखा है। उसके बाद आज निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सबकी चिंता करती है। लोक पर्व छठ का आयोजन दिल्ली सरकार करवाती रही है। सरकारी सहायता भी दिया जाता है।