खुशखबरी ! फाइजर-बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को मिली मंजूरी

साल 2020 आखिरी महीने में एक नया खुशखबरी लेकर आया है। जानकारी मिली है कि ब्रिटेन ने बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए देशभर में फाइजर-बायोटेक द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन को प्रयोग करने की अनुमति दे दी है। ऐसा करने वाला वह दुनिया का पहला देश बन गया है।

दुनियाभर में प्रभावकारी कोरोना वैक्सीन बनाने की जद्दोजहद तेज हो गई है। रूस के बाद अब अमेरिका की कंपनियां तेजी से अपनी वैक्सीन के फेज-1, फेज-2 के बाद फेज-3 के नतीजे रिलीज कर रही हैं। जहां Pfizer ने पहले अपनी वैक्सीन के 90 फीसदी असरदार होने का दावा किया, वहीं अब मॉडर्ना ने भी वैक्सीन के 94.5 फीसदी प्रभावशाली होने की बात कही है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि इन दोनों वैक्सीन में भारत के लिए सबसे उपयुक्त कौन सी होगी।

दूसरी ओर, हम भारत की बात करें, तो यहां जब तक वैक्सीन इम्युनोजेनिक और सेफ साबित नहीं हो जाती, तब तक इसे लोगों को उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा है कि अगले साल के शुरुआती 3-4 महीनों में हम लोगों को वैक्सीन मुहैया कराने की स्थिति में होंगे। जुलाई-अगस्त 2021 तक हमने 25-30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना बनाई है और उसी को ध्यान में रखकर तैयारी कर रहे हैं।

उधर, केंद्र सरकार ने अगले साल जुलाई-अगस्त तक 30 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का प्लान बनाया है। वहीं, केरल सरकार ने अपने स्तर पर वैक्सीन बनाने के लिए हाई-लेवल कमेटी बनाई है। अमेरिका में भी वैक्सीन को लेकर महत्वपूर्ण डेवलपमेंट्स हुए हैं। फाइजर के बाद मॉडर्ना ने भी इमरजेंसी अप्रूवल के लिए अप्लाई कर दिया है।