Covid Upadate : आईपीएस एसोसिएशन करा रही है वैक्सीन वार्ता

सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन लगातार देश भर की पुलिस बलों के संपर्क में रही और उनके लिए काम करती रही। आज भी पुलिस बल युद्धस्तर पर काम कर रही है। इस दौरान कार्यशैली में बदलाव किया गया। इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल हुआ।

नई दिल्ली। देश में एक ओर कोरोना टीकाकरण (Covid Vaccination) अभियान चलाया जा रहा है, तो दूसरी ओर कुछ राज्यों में कांेराना संक्रमण का खतरा बढा है। तमाम सरकारी एजेंसियां पर अपने स्तर पर काम कर रही है। इसी बीच सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन शनिवार 20 मार्च को वैक्सीन वार्ता का आयोजन कर रही है। नीति आयोग के डाॅक्टर वीके पाॅल और एईएफआई कमेटी के डाॅ एनके अरोडा इसके माध्यम से देश भर के पुलिसकर्मियों को संबोधित करेंगे।

सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन के सचिव अश्विनी चांद (आईपीएस) कहते हैं कि लाॅकडाउन में कोरोना के विशेष नियमों का पालन कराना हो, लोगों को दवाई आदि की जरूरत हो, जरूरतमंदों को भोजन देना हो, हमारी पुलिस बल ने हर काम को किया है। सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन लगातार देश भर की पुलिस बलों के संपर्क में रही और उनके लिए काम करती रही। आज भी पुलिस बल युद्धस्तर पर काम कर रही है। इस दौरान कार्यशैली में बदलाव किया गया। इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल हुआ। हमने बेविनार आयोजित करके एक्सपर्टस की राय ली और लोगों तक उनका संदेश पहुंचाया। सचिव अश्विनी चांद ने बताया कि उसी कडी में हमने शनिवार को नीति आयोग के डाॅ वीके पाॅल और एईएफआई कमेटी के डाॅ एके अरोडा तमाम सवालों के जवाब देंगे।

सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन के सचिव अश्विनी चांद (आईपीएस) कहते हैं कि आईपीएस अधिकारी के नेटवर्क के माध्यम से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। हमने अपने साथियों को यह भी बताया कि उन्हें आम लोगों और अपने परिवारों के साथ कैसा व्यवहार करना है। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण तक दिया गया। कोराना काल में ये नहीं पता होता कि कौन कब कहां सक्रमित हो रहा है ? इसलिए जागरूकता ही बचाव का रास्ता है। उन्होंने बताया कि सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन लगातार देश भर की पुलिस बलों के संपर्क में रही और उनके लिए काम करती रही। आज भी पुलिस बल युद्धस्तर पर काम कर रही है। इस दौरान कार्यशैली में बदलाव किया गया। इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल हुआ। हमने बेविनार आयोजित करके एक्सपर्टस की राय ली और लोगों तक उनका संदेश पहुंचाया।

जिस प्रकार से पूरे कोरोना काल में पुलिसकर्मी ने अपनी जान की परवाह किए बिना काम किया है, वह उनकी बहादुरी और समर्पण भाव को दर्शाता है। हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हुए। ठीक होकर फिर से अपने काम में लग गए। इंडियन पुलिस फाउण्डेशन के 5 मार्च,2021 तक के आंकडें बताते हैं कि कोरोना काल में 1120 पुलिसकर्मियों को इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवानी पडी। वहीं, 33,666 पुलिसकर्मियों को संक्रमित होकर क्वारंटीन तक होना पडा। इस दौरान सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन पूरे देश में अपने नेटवर्क के जरिए हर पुलिस बल के जवानों और उनकी परिवार की चिंता करता रहा। उनके हर सुख दुख की चिंता करता रहा। सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन की ओर से इसकी पूरी व्यवस्था की गई कि किसी भी संक्रमित परिवार को कोई दिक्कत न हो। पूरे देश के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों ने इस कार्य में अपना बेहतर योगदान दिया।