नई दिल्ली। 16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना टीकाकरण अभियान जारी है। अभी तक हर दिन स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जा रही है। आम जनमानस में यही धारणा है कि कोरोना वैरियर्स यानी स्वास्थ्यकर्मी। जबकि जिस प्रकार से पूरे कोरोना काल में पुलिसकर्मी ने अपनी जान की परवाह किए बिना काम किया है, वह उनकी बहादुरी और समर्पण भाव को दर्शाता है। आंकडें बताते हैं कि कोरोना काल में 1120 पुलिसकर्मी को इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवानी पडी। वहीं, 33,666 पुलिसकर्मियों को क्वारंटीन होना पडा। इसमें इंसान किस तनाव का सामना कर रहा होता है, वह वही समझ सकता है, जिसे क्वारंटीन किया जाता है।
आपसी बातचीत में कई पुलिसकर्मी बताते हैं कि हमें भी कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मान मिले। जिस प्रकार से समाज के लोग और मीडिया में बात होती है, उससे तो यही लगता है कि स्वास्थ्यकर्मियों ने ही पूरे संक्रमण काल में व्यवस्था को संभाला है। जबकि, सच्चाई यह है कि लाॅकडाउन में जिस प्रकार से युद्धस्तर पर काम हुआ है, उसमें पुलिसकर्मियों ने पूरे देश में दिन-रात बिना रूके काम किया है। हमने अपने हजारों साथियों को गंवाया है।
इंडियन पुलिस फाउण्डेशन के आंकडें बताते हैं कि पूरे देश में 30,35,632 पुलिसकर्मी हैं। इसमें केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान भी हैं। इसमें से अब तक 1,95,019 ने कोरोना टेस्ट कराया। जिसमें से 1,95,019 पुलिसकर्मी संक्रमित पाए गए। इसमें से 33,666 को क्वारंटीन होना पडा और 1120 पुलिसकर्मी ने इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवाईं। आंकडें बताते हैं कि सबसे अधिक महाराष्ट् में 312 पुलिसकर्मी को कोरोना संक्रमित होकर अपनी जान गंवानी पडीं। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में 32 पुलिसकर्मी अपनों को छोडकर विदा हो गए। सीआरपीएफ के 79, सीआईएसएफ के 44, बीएसएफ के 48, आरपीएफ के 1, एसएसबी के 14, एनडीआरएफ के 1, आईटीबीपी के 13 जवानों की मृत्यु कोरोना के कारण हुई।
इंडियन पुलिस फाउण्डेशन के आंकडें के अनुसार, त्रिपुरा, पुडुचेरी, नागालैंड, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर, लक्षद्वीप, लद्दाख, गोवा, दादर नगर हवेली और दमन दीव, चंडीगढ में एक भी पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमण के कारण अपनी जान नहीं गंवानी पडी है।
बता दें कि भारत में पिछले 24 घंटे में #COVID19 के 16,738 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,10,46,914 हुई। 138 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,56,705 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 1,51,708 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,07,38,501 है।