नई दिल्ली। कई राज्यों में कोयले की कमी के बाद बिजली संकट की बात कही जा रही है। राज्य सरकार ने इसको लेकर केंद्र सरकार पर आरोप भी लगाए हैं। इसको लेकर एक ओर सियासी बयानबाजी जारी है, तो दूसरी ओर अधिकारियों के स्तर पर समाधान निकालने की कोशिशें जा रही हैं।
बिजली संकट को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर एक अखबार की कटिंग शेयर की है, जिसमें बताया गया कि बिजली की मांग पीक पर है, लेकिन एक चौथाई से ज्यादा पावर प्लांट बंद पड़े हैं। साथ ही भीषण गर्मी की वजह से 16 राज्यों में 3-10 घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है। कटिंग के साथ केजरीवाल ने लिखा कि देशभर में बिजली की भारी समस्या हो रही है। अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है। हम सबको मिलकर जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
देश भर में बिजली की भारी समस्या हो रही है। अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है। हम सबको मिलकर जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है। pic.twitter.com/aYQVVZBUOy
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 29, 2022
वहीं, दिल्ली के सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन की ओर से कहा गया है कि पूरे देश में कोयले की कमी है इसका सबसे बड़ा कारण रेलवे की उपलब्धता की कमी है। बिजली पावर प्लांट में बनाई जाती है और अगर प्लांट में कोयला खत्म हो जाएगा तो बिजली बनना बंद हो जाएगी। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करूंगा कि वो हम तक कोयले पहुंचा दें।