6 लाख करोड़ से ज्यादा का आर्थिक पैकेज कोरोना से बेरोज़गार हुए लोगों के लिए बड़ी राहत

इस पैकेज से बिहार के बौद्ध-जैन-सिख धर्मस्थलों पर आने विदेशी पयर्टकों संख्या बढेगी और इन केंद्रों पर बेरोजगारी के काले दिन दूर होंगे।

बिहार के बौद्ध-जैन पर्यटन स्थलों पर लौटेगी रोजगार की रौनक
– सुशील कुमार मोदी

1. केंद्र सरकार ने किसानों की आय बढाने और गरीबों को मुफ्त राशन देने की चिंता करने के बाद अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 6 लाख 28 हजार करोड़ रुपये के जिस पैकेज की घोषणा की, उससे रोजगार के अवसर बढेंगे।
कोरोना की दूसरी लहर से पर्यटन जैसे जिन क्षेत्रों को ज्यादा नुकसान हुआ, उन्हें उबारने के लिए पैकेज में विशेष व्यवस्था की गई है।

2. पैकेज में टूरिस्ट गाइड को 1 लाख रुपये तक कर्ज युवाओं को आकर्षित करने वाला है। अब भारत आने वाले पहले 5 लाख यात्रियों को वीजा शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
इस पैकेज से बिहार के बौद्ध-जैन-सिख धर्मस्थलों पर आने विदेशी पयर्टकों संख्या बढेगी और इन केंद्रों पर बेरोजगारी के काले दिन दूर होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की पहली लहर के समय अर्थव्यवस्था के बचाने के लिए 25 लाख करोड़ के पैकेज दिये थे।

3. कोरोना की दूसरी लहर में सरकार ने गरीबों को मुफ्त अनाज देने के लिए 90 हजार करोड़ दिये। किसानों की आय बढाने के लिए धान के समर्थन मूल्य में 72 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई और डीएपी खाद पर सब्सिडी 140 फीसद तक बढा कर बड़ी राहत दी गई।

4. सरकार ने मई माह में किसान सम्मान निधि की 8वीं किस्त जारी कर 20 हजार 667 करोड रुपये 9 करोड़ किसानों के खाते मेें डाले और बढे हुए समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूँ की रिकार्ड खरीदारी कर 80 हजार करोड़ रुपये उनके खाते में डाले गए।