Government hikes MSP :छह रबी फसलों का बढ़ाया गया एमएसपी, केंद्र सरकार ने दिया किसानों को संदेश

किसान संगठन नए कृषि कानून को खत्म करने और एमएसपी पर गारंटी चाहते हैं। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से 6 रबी फसलों पर एमएसपी बढ़ाने की घोषणा एक नई लकीर खींचने जैसी है। इस पर आंदोलन कर रहे किसानों का क्या रूख होगा ?

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर बीते 9 महीने से किसान आंदोलन पर बैठे हैं। कुछ राज्यों में आंदोलन तेज है। इसके बीच केंद्र सरकार की ओर से छह रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी बढ़ाने की घोषणा कर दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट में यह निर्णय लिया गया। साथ ही किसानों को यह संदेश दिया गया है कि एमएसपी जारी रहेगी। कुछ नेताओं के बहकावे में नहीं आए।
आज एक बार केंद्र सरकार की ओर से फिर रबी फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी की घोषणा की गई है। अब देखना है किसान सरकार के इस फैसले पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी चाहते हैं जबकि सरकार साफ कर चुकी है कि एमएसपी को खत्म नहीं किया जाएगा।
इस संदर्भ में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि आज प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में रबी मौसम की 6 फसलों की MSP का निर्धारण किया गया। 2021-22 में 1975 रुपए क्विंटल गेंहू का भाव था, अब 2022-23 में इसका MSP 2015 हो गया। जौ का MSP 2021-22 में 1600 रुपए क्विटंल था अब 1635 हो गया। चना का MSP 2021-22 में 5100 रुपए क्विंटल था अब 5230 रुपए क्विटंल हो गया। मसूर 2021-22 में 5100 रुपए क्विंटल था अब 5500 रुपए हो गया। सरसों 4,650 रुपए क्विंटल था अब 5,050 हो गया। सूरजमुखी 2020-21 में 5,327 रुपए क्विंटल था अब 5,441 हो गया।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में एमएसपी बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। ये कीमतें मार्केटिंग सीजन 2022-23 में लागू होंगी। सितंबर के आखिरी सप्ताह से रबी फसलों की बुआई शुरू हो जाती है। वहीं कटाई का समय मार्च से अप्रैल के बीच होता है।