आईआईएम रायपुर और सीएसएचडी ने किया एमओयू, संयुक्त शोध और क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा

 

रायपुर। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रायपुर और सेंटर फॉर स्टडीज ऑन होलिस्टिक डेवलपमेंट (सीएसएचडी) ने संयुक्त रूप से शोध, प्रशिक्षण और सामाजिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

यह सहयोग विकास अर्थशास्त्र, शासन, स्थिरता और ग्रामीण उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान और नीति-निर्माण को बढ़ावा देगा। इस समझौते पर आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. राम कुमार काकानी और सीएसएचडी के सचिव श्री सतीश गोकुल पांडा ने हस्ताक्षर किए।

साझेदारी के प्रमुख उद्देश्य:

  • बहुविषयक संयुक्त शोध परियोजनाएं, नीति संक्षेप और कार्यपत्र तैयार करना
  • फील्ड-आधारित अध्ययन और स्थानीय केस स्टडीज़ पर काम
  • युवाओं और प्रशासकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम व नेतृत्व कार्यशालाएं
  • छात्रों की सामाजिक पहलों और स्टार्टअप्स को मेंटरशिप
  • संगोष्ठियों, सम्मेलनों व नीति संवादों का आयोजन
  • पाठ्यक्रम विकास में विशेषज्ञों की भागीदारी
  • एक-दूसरे के शैक्षणिक व डेटा संसाधनों का उपयोग

प्रो. राम कुमार काकानी ने इस अवसर पर कहा, “सेंटर फॉर स्टडीज ऑन होलिस्टिक डेवलपमेंट के साथ यह साझेदारी शैक्षणिक उत्कृष्टता को ज़मीनी हकीकतों से जोड़ने का सार्थक प्रयास है। हमारा उद्देश्य केवल कक्षा तक सीमित नहीं रहकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। हम ऐसा विकास मॉडल तैयार करना चाहते हैं जो स्थानीय ज़रूरतों पर आधारित हो, शोध से पोषित हो और राष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी साबित हो।”

यह रणनीतिक समझौता आईआईएम रायपुर की क्षेत्रीय विकास, नीतिगत नवाचार और समावेशी नेतृत्व निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह साझेदारी विशेष रूप से छत्तीसगढ़ और अन्य भारतीय राज्यों में नीति-निर्माण, प्रशासन और सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में ठोस योगदान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।