नई दिल्ली। अब किसान आंदोलन पर खूब राजनीति हो रही है। दिल्ली की सीमाओं पर एक ओर किसान जमे हुए हैं, तो दूसरी ओर दिल्ली पुलिस के जवान लगातार डटे हुए हैं। संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी जा रही है। इसको लेकर कांग्रेस नेता और अन्य विपक्षी दलों के सांसद लगातार सरकार को तानाशाह आदि बता रहे हैं।
सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा की गई है। किसानों को यहां प्रदर्शन करते हुए आज 70दिन हो गए हैं। गाज़ीपुर बॉर्डर (दिल्ली-यूपी बॉर्डर) पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा कर दी गई है। किसानों को यहां प्रदर्शन करते हुए आज 68 दिन हो गए हैं।
कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह ने किसानों के मुद्दों पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि किसान हिन्दुस्तान की शक्ति है, उसे दबाना, धमकाना, मारना सरकार का काम नहीं है। सरकार का काम किसान से बात करके इस समस्या का समाधान करना है: मैं किसानों को बहुत अच्छे से जानता हूं, ये पीछे हटने वाले नहीं हैं। सरकार को ही पीछे हटना होगा। फायदा है सबका कि आज हट जाएं।
Mr Modi, do the job you’ve been elected to do. pic.twitter.com/FqGH5CEIJg
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 3, 2021
वहीं, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि किसान दुश्मन देश के नागरिक नहीं, आपने बॉर्डर पर ऐसे किले लगा दिए हैं जैसे चीन-पाकिस्तान का बॉर्डर तैयार किया हो। सरकार किसानों को आतंकवादी कह रहा,लाठी से पीट रहा। इसलिए हमने सदन में विरोध दर्ज कराया ताकि सबसे पहले किसानों के मुद्दे पर चर्चा हो और 3 कानूनों वापस हो। सदन में हम तीनों को एक दिन के लिए सस्पेंड किया गया है लेकिन इस सस्पेंड से हमें फर्क नहीं पड़ने वाला है, हम किसानों के हक में आवाज़ उठाते रहेंगे।
चेयरमैन जी ने कहा राष्ट्रपति के अभिभाषण में ही किसान मुद्दे पर चर्चा कर लीजिए। कांग्रेस के नेता विपक्ष ने कहा हमने जो तय किया था, हम उसके साथ खड़े है।
कांग्रेस- भाजपा में क्या डील हुई है? क्या कांग्रेस सहमत नहीं है कि किसानों की शहादत पर चर्चा होनी चाहिए- @SanjayAzadSln pic.twitter.com/TFOi0odL8d
— AAP (@AamAadmiParty) February 3, 2021