Maharashtra Politics : देशमुख के जाने के बाद दिलीप विलसे पाटिल बनेंगे गृहमंत्री

अनिल देशमुख का प्रकरण आज समाप्त हुआ। उनके इस्तीफा देने से पहले ही राकांपा ने आगे की रणनीति बना ली है। माना जा रहा है कि दिलीप वलसे पाटिल के नाम पर शरद पवार ने मुहर लगा दी है।

मुंबई। कई दिनों से चला आ रहा राजनीतिक गतिरोध आखिर खत्म हो गया। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंप दिया। अब यह तय माना जा रहा है कि राकांपा नेता दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Vilse Patil) को यह जिम्मेदारी दी जा रही है। राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि पाटिल को यह जिम्मेदारी मिलना लगभग तय है, बस इसका एलान किया जाना बाकी है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव (Udhav Thackry) को भेजे गए अपने लेटर में अनिल देशमुख ने लिखा है कि उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद गृह मंत्री के रूप में बने रहना नैतिक रूप से सही नहीं लगता है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा पहले होना चाहिए था, जिस समय उनपर आरोप लगे थे। उच्च न्यायालय ने मामले में हस्तक्षेप किया उसके बाद गृह मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे खामोश क्यों है?

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख को इस्तीफा देनी की जरूरत थी। उन्हें राकांपा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा बचाने की कोशिश की गई थी। शरद पवार (Sharad Pawar) ने अनिल देशमुख को इस्तीफा देनी की इजाजत दे दी है, यह अच्छी बात है। महाराष्ट्र सरकार का कार्यकाल पूरा होगा ऐसा लगता नहीं है। पूरे देश में कोरोना के 60-65% मामले महाराष्ट्र से आ रहे हैं। क़ानून व्यवस्था बिगड़ गई है। मैंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कहा है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए।

दरअसल, 25 मार्च को परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच का अनुरोध करते हुए आपराधिक पीआईएल दाखिल की थी जिसमें उन्होंने दावा किया कि देशमुख ने निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे समेत अन्य पुलिस अधिकारियों को बार और रेस्तरां से 100 करोड़ रुपये की वसूली करने को कहा।