Oxygen Crisis : दिल्ली में थम नहीं रहा है ऑक्सीजन पर रार

केंद्र सरकार से 700-800 ICU बेड देने का अनुरोध किया है। दिल्ली में पिछले 3 दिन से ऑक्सीजन की गंभीर समस्या चल रही है। कल 378 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भी नहीं आ पाया था इसलिए कल बहुत गंभीर समस्या आई थी : दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

नई दिल्ली। राजधानाी दिल्ली में कोरोन (Covid in Delhi) की मार और उस पर ऑक्सीजन (Oxygen) की किल्लत ने नई राजनीति शुरू कर दी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से बयानबाजी हो रही है। हर कोई अपने अपने दावे कर रहा है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) और भाजपा सांसद गौतम गंभीर (Goutam Gambhir) में आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) का कहना है कि जब केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ा दिया है तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही हैं जैसे दिल्ली का उत्तर प्रदेश और हरियाणा से झगड़ा है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली में चारों तरफ ऑक्सीजन की त्राही इसलिए मची हुई है क्योंकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश ने ऑक्सीजन को लेकर जंगलराज मचा रखा है। वहां की सरकारें, अधिकारी, पुलिस वहां के ऑक्सीजन प्लांट से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन नहीं निकलने दे रहे हैं। केंद्र सरकार इसमें हस्तक्षेप करे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन पूरी तरह खत्म हो गई है। सरोज, राठी, शांति मुकुंद, तीरथ राम अस्पताल, यूके अस्पताल, जीवन अस्पताल का कहना है कि हमारे यहां ऑक्सीजन खत्म हो गई है। हम जैसे-तैसे उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर देने की कोशिश कर रहे हैं।

दूसरी ओर उत्तर पूर्वी दिल्ली के भाजपा सांसद गौतम गंभीर (Goutam Gambir) ने कहा कि आप जागृति जाकर देख लें हम किस तरह से फेबी फ्लू बांट रहे हैं। लोग अपना आधार और दवा की पर्ची लेकर आएं। जितनी टैबलेट की जरूरत है, हम मुफ्त में उपलब्ध कराते हैं। जितने दिन हम चला पाएंगे चलाएंगे। हमारी कोशिश है कि गरीबों की जिंदगी बच जाए, उनको फेबी फ्लू मिल जाए। उन्होंने कहा कि कुछ सौ स्ट्रिप्स अपनी जेब से लेकर गरीबों की मदद की जाए तो क्या इसे जमाखोरी कहते है? वे लोग कह रहे हैं जिन्होंने रेमडेसिविर को 30-40 हजार रुपये में और एक बेड को 5-10 लाख रुपये में बिकने दिया। आप अपनी जेब से गरीबों की जिंदगी बचाते हैं तो, वे इस पर राजनीति करना चाहते हैं।

बता दें कि भाजपा सांसद गौतम गंभीर के कार्यालय के बाहर बहुत से लोग दवा की पर्ची लेकर दवा के लिए पहुंचे हैं। एक व्यक्ति ने कहा, ”हमें डॉक्टर ने फेबी फ्लू टैबलेट लाने को कहा है। यह दवा कहीं भी उपलब्ध नहीं है। यहां यह टैबलेट मुफ्त में दी जा रही है।”

असल में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा, ये बहुत बड़ी आपदा है, अगर इसमें हम हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल में बंट गए तो भारत नहीं बचेगा, इस वक्त हमें एक-दूसरे की मदद करनी है। अगर दिल्ली में जरूरत से ज़्यादा ऑक्सीजन होगी तो हम दूसरे राज्यों को देंगे । राज्यों ने कहा कि दिल्ली का कोटा भी हम इस्तेमाल करेंगे, दिल्ली के ट्रक नहीं जाने देंगे। मैं केंद्र सरकार और दिल्ली हाईकोर्ट का शुक्रिया करना चाहता हूं, पिछले दो-तीन दिन में उन्होंने हमारी बहुत मदद की है जिसकी वजह से अब ऑक्सीजन दिल्ली पहुंचने लगी है।

BJP नेता गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कहा, क्या मुख्यमंत्री जी भी दिल्ली के जनता की कुछ मदद करेंगे? क्या सारी जिम्मेदारी केंद्र की है? देश में एक भी ऐसा मुख्यमंत्री बताईये जिसने अपने विज्ञापन पर 600 करोड़ रुपये खर्च किया हो। अगर केजरीवाल जी के अलावा एक भी ऐसा मुख्यमंत्री होगा तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।