नई दिल्ली। दुनिया भर को इन-फ्लाइट इंगेजमेंट और कनेक्टिविटी (आईएफईसी) सोल्यूशंस प्रदान करने वाली विश्व की प्रमुख कंपनी, पैनासोनिक एवियोनिक्स कॉरपोरेशन (पैनासोनिक एवियोनिक्स) ने भारत के पुणे में अपनी नई सॉफ्टवेयर डिजाइन और डेवलपमेंट फैसिलिटी का शुभारंभ किया है। 1979 में स्थापित पैनासोनिक एवियोनिक्स फ्लाइट में बैठे यात्रियों को शानदार अनुभव प्रदान करती है, जो एयरलाइंस को उसके यात्रियों से जोड़ता है। यह यात्रियों को फ्लाइट के अंदर हुए अनुभव में क्रांति लाती है, हवाई यात्रा के नए युग के लिए इन-फ्लाइट इंगेजमेंट और कम्युनिकेशन (आईएफईसी) सिस्टम के मूल्यों को पारिभाषित करती है। दुनिया भर में 200 से ज्यादा प्रमुख एयरलाइंस ने पैनासेनिक एवियोनिक्स के इन फ्लाइट इंगेजमेंट, सैटेलाइट वाई-फाई कनेक्टिविटी और डिजिटल सर्विसेज को अपने एयरक्राफ्ट के लिए चुना है।
पुणे में पैनासोनिक एवियोनिक्स की नई सुविधा का उद्घाटन मुख्य अतिथि, महाराष्ट्र के माननीय नागरिक उड्डयन और सहयोग मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल की उपस्थिति में किया गया। उद्घाटन समारोह में उनका स्वागत पैनासोनिक एवियोनिक्स कॉरपोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री केन सेन, भारत और दक्षिण एशिया में पैनासोनिक लाइफ सोल्यूशंस के चेयरमैन और भारत में पैनासोनिक एवियोनिक्स के डायरेक्टर श्री मनीष शर्मा ने किया।
पैनासोनिक एवियोनिक्स कॉरपोरेशन के मुख्य कार्यकारी निदेशक केन सेन ने कहा, “भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया और कसौटी पर परखा गया यह सॉफ्टवेयर हर आईएफईसी सोल्यूशन उपभोक्ताओं को प्रदान करता है, जिनका पैनासोनिक एवियोनिक्स में विकास किया जाता है। इससे एक डिजिटल चैनल का विकास होता है, जो हमारी उपभोक्ता विमानन कंपनियों को पहले से ज्यादा प्रभावी ढंग से उपभोक्ताओं से जुड़ने में सक्षम बनाता है।
भारत में बड़ी संख्या में कुशल इंजीनियर की बढ़ती मांग और तेजी से बढ़ते हुए विमानन क्षेत्र ने देश को भविष्य में अपने कारोबार बढ़ाने के लिए निवेश करने के लिए कंपनी का स्वाभाविक रूप से पसंदीदा स्थान बना दिया है। हमें पुणे के नए केंद्र में नए सॉफ्टवेयर के विकास में तेजी लाने और अपनी डिजाइनिंग की क्षमता बढ़ाने की आशा है।
पैनासोनिक एवियोनिक्स कॉरपोरेशन के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर सत्येन यादव ने कहा, “आज हमने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है क्योंकि हमने विमान यात्रियों को व्यक्तिगत डिजिटल अनुभव देने की रफ्तार बढ़ाने के लिए एक नये सफर की शुरुआत की है। हमें ऐसे आधुनिक सॉफ्टवेयर सोल्यूशन प्रदान करने की आशा है, जो देश-विदेश में उपभोक्ताओं को खुश करेंगे। हम पुणे में सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का विकास करने के लिए भी तत्पर हैं।’’
भारत और दक्षिण एशिया में पैनासोनिक लाइफ सोल्यूशंस इंडिया के चेयरमैन और भारत में पैनासोनिक एवियोनिक्स के डायरेक्टर मनीष शर्मा ने कहा, “जहां सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में प्रतिभा की बात आती है तो भारत क्षमतावान और प्रतिभाशाली लोगों का दूसरा नाम बन चुका है। आज भारत दुनिया को आईटी सपोर्ट और आईटी सर्विसेज प्रदान कर रहा है। पैनोसोनिक ने नए इनोवेशन सेंटर्स और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स में निवेश किया है, जिससे दुनियाभर में हमारी सब्सिडिएरीज को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं मिलती हैं। हमने भारत में काफी निवेश किया है, जिसमें हाल ही में पुणे में पैनोसनिक एवियोनिक्स का केंद्र खोलने में निवेश शामिल है। हम इन-फ्लाइट इंगेजमेंट और कम्युनिकेशन (आईएफईसी) के लिए नए सोल्यूशंस के साथ कई बाजारों और एयरलाइंस की जरूरतें पूरी कर रहे हैं।’’
पुणे में यह नया केंद्र भारत में अपनी तरह का पहला केंद्र है, जो आईएफईसी सोल्यूशंस के विकास और उनकी डिलिवरी में सहयोग के लिए समर्पित है। कंपनी लॉन्च के समय इस केंद्र में 200 से ज्यादा कुशल इंजीनियरों की भर्ती कर रही है। इसके साथ ही कंपनी ने विकास की कई योजनाएं बनाई है। एयरलाइंस से आईएफईसी सोल्यूशंस की बढ़ती मांग को इस केंद्र के प्रतिभाशाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर पूरा करेंगे, जिससे यात्रियों को व्यक्तिगत रूप से शानदार अनुभव मिलेगा।
पैनासोनिक एवियोनिक्स की नई सॉफ्टवेयर डिजाइन और डेवलपमेंट फैसिलिटी कंपनी की रणनीति का अभिन्न अंग है। कंपनी अपने सबसे नए आईएफईसी सोल्यूशंस का प्रयोग कर एयरलाइंस को अपने यात्रियों से डिजिटल जुड़ाव में सक्षम बना रही है। इन्हें बेहतरीन सॉफ्टवेयर टूल्स से सहयोग मिलता है, जिसे अपने आप प्रयोग किया जा सकता है। इन्हें आईएफईसी सोल्यूशन की लाइफसाइकिल लागत को कम करने के लिहाज से डिजाइन किया गया है।
इस केंद्र में कई सॉफ्टवेयर का विकास किया जाएगा, उनका परीक्षण किया जाएगा और आधुनिक लैब में उन्हें सुरक्षित रखा जाएगा। इन्हें संकरी बॉडी और चौड़ी बॉडी वाले विमानों में यात्रियों को शानदार अनुभव देने के लिए डिजाइन किया जा रहा है और यह एयरलाइंस की जरूरतों को पूरा करेंगे। इसमें एक्स सीरीज के इन फ्लाइट एंटरटेनमेंट सिस्टम, डिजिटल सोल्यूशन और एयरलाइन इंटरेक्टिव्स शामिल हैं। इससे एयरलाइंस पीछे की सीट पर बैठे यात्रियों को अनोखा अनुभव प्रदान करने में सक्षम बनती है। एसडीके (सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट किट्स) और मोबाइल कंपेनियन ऐप्स से आईएफईसी के विकास में सहयोग मिलता है।