प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बटन दबाकर अद्भुत और भव्य गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाई।साथ ही गंगा पार बनी टेंट सिटी का भी उद्घाटन किया।इस दौरान पीएम मोदी ने क्रूज टूरिज्म पर बड़ी घोषणा भी की और कहा कि जल्द 111 राष्ट्रीय जलमार्गों को विकसित किया जाएगा।पीएम मोदी ने इस दौरान कहा आज काशी से डिब्रूगढ़ के बीच दुनिया की सबसे बड़ी नदी जल यात्रा ‘गंगा विलास’ क्रूज का शुभारंभ हुआ है। इससे पूर्वी भारत के अनेक पर्यटक स्थल वर्ल्ड टूरिज्म मैप में और प्रमुखता से आने वाले हैं।
Prime Minister Narendra Modi will flag off the world's longest river cruise MV Ganga Vilas between Varanasi-Dibrugarh today. pic.twitter.com/bOFpfvzFxm
— ANI (@ANI) January 13, 2023
नदी जलमार्गों को मनाने के महान पर्व के साक्षी बनना हम सभी के लिए प्रसन्नता की बात है।पीएम ने आगे कहा कि गंगा जी हमारे लिए सिर्फ एक जलधारा भर नहीं हैं बल्कि प्राचीन काल से इस महान भारत भूमि की तप-तपस्या की साक्षी हैं।भारत की स्थितियां-परिस्थितियां कैसी भी रही हों, मां गंगे ने हमेशा कोटि-कोटि भारतीयों को पोषित किया है।गंगा विलास का उद्घाटन पूर्वी भारत के लिए पर्यटन के विश्व मानचित्र पर और अधिक उज्ज्वल उभरने के लिए नए मार्ग खोलेगा।क्रूज़ टूरिज्म का ये नया दौर इस क्षेत्र में हमारे युवा साथियों को रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर देगा।विदेशी पर्यटकों के लिए तो ये आकर्षण होगा ही, देश के भी जो पर्यटक पहले ऐसे अनुभवों के लिए विदेश जाते थे वो भी अब पूर्वी-उत्तर पूर्वी भारत का रुख कर पाएंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ये क्रूज 25 अलग-अलग नदियों से होकर गुजरेगा और जो लोग भारत के समृद्ध खान-पान का अनुभव लेना चाहते हैं उनके लिए भी ये बेहतरीन अवसर है। यानी भारत की विरासत और आधुनिकता का अद्भुत संगम हमें इस यात्रा में देखने को मिलेगा।21वीं सदी का ये दशक, भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर के कायाकल्प का दशक है।इस दशक में भारत के लोग आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की वो तस्वीर देखने जा रहे हैं, जिसकी कल्पना तक मुश्किल थी।पीएम मोदी ने आगे बताया कि 2014 में सिर्फ 5 राष्ट्रीय जलमार्ग भारत में थे, आज 24 राज्यों में 111 राष्ट्रीय जलमार्गों को विकसित करने का काम हो रहा है।इनमें से लगभग दो दर्जन जलमार्गों पर सेवाएं चल रही हैं।गंगा पर बन रहा राष्ट्रीय जलमार्ग पूरे देश के लिए एक मॉडल की तरह विकसित हो रहा है।ये राष्ट्रीय जलमार्ग ट्रांसपोर्ट, ट्रेड और टूरिज्म के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है।