नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से हाहाकार मचा हुआ है। लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली सरकार ने तमाम स्कूल और कोचिंग संस्थान को एक सप्ताह के लिए बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही भवन निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी गई है। दिल्ली सरकार के मंत्री लोगों का जागरूक कर रहे हैं।
रविवार की सुबह भी दिल्ली एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरे की श्रेणी में रहा। राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता आज बहुत खराब श्रेणी में है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 386 है। एक व्यक्ति ने कहा, “प्रदूषण की स्थिति आज पिछले दो दिनों से बेहतर है। अगर हरियाणा और पंजाब में जल रही पराली को नियंत्रित किया जाए तो अच्छा होगा।”
CM @ArvindKejriwal's BIG DECISION after Emergency Meeting on Pollution:
▪️Schools to be physically closed for a week
▪️Construction activities not to be allowed
▪️Govt offices to operate from home,same advice for Private
▪️Will put a proposal for lockdown before Supreme Court pic.twitter.com/d6HAyjp3Vd
— AAP (@AamAadmiParty) November 13, 2021
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक शनिवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 437 अंक पर यानी गंभीर श्रेणी में रहा। हालांकि इसमें शुक्रवार की तुलना में 34 अंकों का सुधार हुआ है। शुक्रवार को सूचकांक 471 अंक पर था।
13 Nov –
AQI – 437 (401 to 500 – Severe)
PM10 – 501 (Above 430 – Severe)
PM2.5 – 319 (Above 250 – Severe) https://t.co/p3rqESJETc
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 13, 2021
दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने साईकिल चलाकर लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों को संदेश है कि अपने हिस्से का प्रदूषण कम करें। आप मोटरसाइकिल, कार चलाते हैं तो थोड़ा साइकिल का इस्तेमाल करिए। साइकिल चलाएंगे तो फिट भी रहेंगे और अपने हिस्से का प्रदूषण भी कम करेंगे।
सीपीसीबी के मुताबिक शनिवार शाम पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम-10 की मात्रा 457 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम-2.5 कणों की मात्रा 284 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। मानकों के मुताबिक पीएम-10 की मात्रा 100 और पीएम-2.5 की मात्रा 60 से नीचे होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इस अनुसार दिल्ली की हवा में अभी साढ़े चार गुने से भी ज्यादा प्रदूषण है।