प्रधानमंत्री मोदी का पाकिस्तान पर तीखा हमला: “आतंक ही है उसकी पहचान, भारत अब चुप नहीं बैठेगा”

 

नई दिल्ली/अलीपुरद्वार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने संबोधन में पाकिस्तान पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वह देश “आतंक का पोषक” है और दुनिया को देने के लिए उसके पास कुछ भी सकारात्मक नहीं है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान की सेना की सबसे बड़ी विशेषज्ञता आतंक और नरसंहार में है, और जब भी सीधी लड़ाई होती है, तो उसकी हार तय होती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:

“आतंक को पालने वाले पाकिस्तान के पास दुनिया को देने के लिए कुछ भी सकारात्मक नहीं है। जब से वह अस्तित्व में आया है, उसने सिर्फ आतंक को ही पाला है।”

उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने 1947 के बंटवारे के तुरंत बाद भारत पर आतंकी हमला किया और फिर कुछ वर्षों बाद बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) में भी आतंक और नरसंहार फैलाया।

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की रणनीति पर तीखा प्रहार करते हुए कहा:

“जब सीधा युद्ध लड़ा जाता है तो उसकी हार तय होती है। यही कारण है कि पाकिस्तान की सेना आतंकियों का सहारा लेती है।”

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कहा कि अब भारत की नीति स्पष्ट है —

“भारत पर आतंकी हमला हुआ तो दुश्मन को उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।”

क्या है इस बयान के मायने?
सख्त संदेश: यह बयान पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति को दोहराता है।

राजनीतिक संकेत: चुनावी माहौल में राष्ट्रीय सुरक्षा को केंद्र में रखने का प्रयास भी देखा जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संदेश: प्रधानमंत्री का यह बयान वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की निंदा और भारत की सख्त छवि पेश करता है।

प्रधानमंत्री के इन शब्दों से स्पष्ट है कि भारत अब सिर्फ बचाव में नहीं रहेगा, बल्कि आतंक का जवाब निर्णायक तरीके से दिया जाएगा।