नई दिल्ली। कड़ाके की सर्दी। राजपथ पर छाया है कोहरा। आम लोगों को भरे ही यह सर्दी रजाई में दुबकने को विवश करे, लेकिन हमारे जवानों में है जोश। तीनों सेना के जवान राजपथ पर जब कदम से कदम मिलाकर चलते हैं, तो वहां मौजूद हर भारतीय के दिल से निकलती है – जय हिंद। इसके साथ ही आज का दिन भारतीय सेना से जुड़कर खास दिन हो रहा है। इंडिया गेट पर 24 घंटे जलने वाली अमर जवान ज्योति ज्योति अब नेशनल वॉर मेमोरिल में जलेगी। इसकी औपचारिक जानकारी भारतीय सेना की ओर से दी गई है और कहा गया है कि है कि शुक्रवार, 21 जनवरी को एक समारोह में अमर जवान ज्योति की लौ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की मशाल के साथ विलीन हो जाएगी।
राजपथ पर दिख रहा है सेना के जवानों में देशसेवा का हाईजोश। गणतंत्र दिवस के परेड का चल रहा है रिहर्सल। देश के जवान पूरी रवानगी में हैं। भारतीय सेना अपने असलहे का प्रदर्शन कर रही है। मानो पड़ोसी देश को संदेश भी दे रही है कि यह नए सदी का भारत है। 21वीं सदी का भारत। आत्मनिर्भर है। आत्मविश्वास से लबरेज है। हम अपनी हद जानते हैं और दूसरे को औकात दिखाने में हम जरा भी हिचक नहीं होती है। हमारा गणतंत्र वसुधैव कुटुम्बकम् के साथ विकास करना जानता है।
बीते दिनों कुछ लोगों के मन में यह आशंका हो रही थी कि अभी इंडिया गेट परिसर और राजपथ के आसपास निर्माण कार्य चल रहा है, क्या ऐसे में गणतंत्र दिवस समारोह हो पाएगा। लेकिन , आखिर यह भारतीय गणतंत्र का सबसे खास त्योहार है। पूरी तैयारी समय से चल रही है। हर दिन रिहर्सल हो रहा है। हरेक चीज को बारिकी से देखा जा रहा है। देश के मान-सम्मान के लिए हर सपूत यहां अपने बेस्ट दे रहा है।
भारतीय सेना की ओर से बताया गया है कि इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति को नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल में मिलाया जाएगा, जिसके बाद अमर जवान ज्योति की मशाल बंद हो जाएगी। शहीदों को श्रद्धांजलि देने और देश के प्रति उनके बलिदान को याद रखने के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल जलती रहेगी। इंडिया गेट के पास 40 एकड़ जमीन पर करीब 176 करोड़ रुपए की लागत से नेशनल वॉर मेमोरियल बनाया गया है।