संसद का बजट सत्र का शेष भाग आज से, जम्मू-कश्मीर का पेश होगा बजट

संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में कांग्रेस यूक्रेन, महंगाई, बेरोजगारी और ईपीएफ के मुद्दों पर सरकार को घेरेगी।राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया किजनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और तय हुआ कि किन मुद्दों को उठाना चाहिए।

नई दिल्ली। कोरोना के कारण जो संसद के बजट सत्र को लेकर प्रावधान किया गया था, उसके बाद बजट सत्र का शेष भाग आज से शुरू हो रहा है। इस सत्र की खास बात ये भी है कि आज ही केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर का बजट केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। पूरे आसार हैं कि जम्मू कश्मीर के लिए बजट में विभिन्न योजनाओं के लिए कुबेर का खजाना खोला जा सकता है।

माना जा रहा है कि करीब 1.10 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया जाएगा। यह बजट मूल रूप से ग्रामीण विकास, उद्योग, कृषि क्षेत्र व पर्यटन पर आधारित हो सकता है। विकास परियोजनाएं भी केंद्र में रहेंगी। पंचायतों, ब्लाक एवं जिला विकास परिषद, स्वास्थ्य, शिक्षा, बागवानी की भी अनदेखी बिल्कुल नहीं की जाएगी।

बजट सत्र का दूसरा चरण ऐसे समय में हो रहा है, जब चार दिन पहले ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने और पंजाब में आम आदमी पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। ऐसे में सरकार भी विपक्ष के आरोपों का पुरजोर जवाब देगी और जनादेश के दम पर विपक्षी दलों को घेरने की कोशिश करेगी।

बजट सत्र से पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारी रणनीति है कि हम इस चर्चा में भाग लेंगे और जनता से संबंधित सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाएंगे। विशेष रूप से छात्र जो यूक्रेन में फंसे थे, उनकी समस्याओं को कैसे दूर किया जाना चाहिए। महंगाई, बेरोजगारी ये सभी समस्याएं हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए।