मध्य प्रदेश में सुर्खियां बटोर रही है ये ‘खाली’ कुर्सियां

कांग्रेस के कई बड़े नेता अभी से कह रहे हैं भाई अबकी बार कांग्रेस नही कमलनाथ की लड़ाई है। यानि कांग्रेस में भितरघात भी कम नही। फिलहाल भाजपा चुनौतियों के बीच अपना घर संभालकर सत्ता की राह संवारने में पूरी ताकत से जुट गई है। वहीं कांग्रेस भाजपा की विफलता में अपनी सफलता की आस लगाए हुए है।

इंदौर। मध्य प्रदेश में आदिवासी बहुल विधानसभा सीटों को जीतने के लिए कांग्रेस खूब मेहनत कर रही है। आदिवासी इलाकों में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कुछ और पार्टी नेताओं के साथ युवा सम्मेलन कर रहे हैं। लेकिन, उनकी उम्मीदों को उस समय झटका लगता है, जब लाख जतन के बाद भी सम्मेलन स्थल पर कुर्सियां खाली रह जाती है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की बातों से अधिक खाली कुर्सियां को निहारा जाता है और वहां उपस्थित लोगों के साथ ही सोशल मीडिया पर ये खाली कुर्सियां सुर्खियां बटोरती हैं।
चर्चा तो इस बात की है कि बात आदिवासी की हो रही है और सम्मेलन इंदौर का ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर को चुना गया। यह कार्यक्रम आदिवासियों के मुद्दों और समस्याओं को लेकर राज्य में कांग्रेस से संवाद के लिए आयोजित किया गया था। आदिवासी युवा महापंचायत में कमलनाथ के साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह मौजूद थे। और तो और, नेशनल स्टूटेंड्स यूनियन ऑफ इंडिया के प्रभारी कन्हैया कुमार भी उपस्थित थे। वही कन्हैया कुमार, जो जेएनयू के बवाल से खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं। बावजूद ये तीनों इस ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर की खाली कुर्सियों को नहीं भर सके।

सोशल मीडिया पर कमलनाथ के इस सम्मेलन का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो के साथ ही यूजर्स ने लिखा है कि मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेसियो का पोल खोल कर रख दिया, अब कांग्रेस मुक्त भारत हो रहा है। अब कांग्रेसियों की जनसभा में कोई आदमी जाना नहीं चाहता, कांग्रेसियो के झूठे वादे को मध्य प्रदेश की जनता जान चुकी है।
एक यूजर ने तो यहां तक लिख दिया कि जो चंद लोग कुर्सी पर बैठे दिखाई दे रहे हैं, वो इसलिए कि वो अपने घर से इंदौर आए, उसका किराया और वापसी जाने का किराया लेने का इंतजार कर रहे हैं। कारण, पार्टी कार्यकर्ता ने इसी शर्त पर इन्हें उनके गांव से इंदौर बुलाया था।