पहली बार बनने जा रहा है वृंदावन में श्रीमद्भागवत मंदिर

वृंदावन। तीर्थनगरी वृंदावन के परिक्रमा मार्ग स्थित मिथिला कुंज आश्रम में श्रीमद्भागवत मंदिर का निर्माण कार्य होने जा रहा है।द्वाराचार्य जगतगुरु निबार्काचार्य मुकुंद देवाचार्य पीठाधीश्वर श्रीराधे श्याम शरण देवाचार्य ने बताया, यह श्रीमद्भागवत का मंदिर विश्व का पहला ऐसा मंदिर होगा, जिसमें भागवतजी के 18000 श्लोक शिलालेख पर लिखे जाएंगे। मंदिर के अंदर चारों तरफ इन शिलालेखों को विराजमान किया जाएगा। दर्शन करने वाले भक्तों को इन शिलालेखों के दर्शन मात्र से ही भागवतजी के श्रवण का पूर्ण फल प्राप्त होगा। महामंडलेश्वर किशोरी शरण ने बताया भागवत कथा के श्रवण से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है।

ज्ञात हो की पिछले साल मई 2022 में श्रीमद्भागवत मंदिर का शिलान्यास किया गया था और इसके निर्माण कार्य को अमलीजामा पहनाने का कार्य निरंतर जारी है। पावन मास पुरुषोत्तम मास में वर्तमान में श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ चल रहा है जिसमें व्यासपीठ से भक्तों को द्वाराचार्य जगतगुरु निबार्काचार्य मुकुंद देवाचार्य पीठाधीश्वर श्रीराधे श्याम शरण देवाचार्य भागवत कथा का रसपान करा रहे हैं। श्रीमद्भागवत मंदिर को लेकर संत समाज में भी उत्साह का माहौल बना हुआ है। संतों ने कहा वृंदावन धाम में स्थापित होने वाला ये श्रीमद्भागवत मंदिर दुनिया का अनूठा और पहला मंदिर होगा।

यह जो परिसर है वो श्री वृंदावन धाम के परिक्रमा पथ पर स्थित है। ये उस #अटल वन का परिसर है जहां भगवान श्री कृष्ण ने अक्रूर जी को कर्म पथ पर अटल रहने का विश्वास दिलाया था। इस परिसर में निरंतर 34 वर्ष से राधे कृष्ण के अटल नाम का दिवा रात्रि कीर्तन लगातार जारी है, एक पल. एक सेकेंड के लिए भी ये कीर्तन स्थगित नहीं हुआ है।

याज्ञिक आचार्य कन्हैयालाल झा व आचार्य रामदत्त वाजपेयी,चतु: वैष्णव संप्रदाय के श्रीमहंत फूलडोल बिहारी दास,पीपा द्वाराचार्य बलराम दास,जगद्गुरु स्वामी अनिरुद्धाचार्य, संत गोविद दास, संत सच्चिदानंद दास, स्वामी शिवानंद, स्वामी हरिनारायण, शीतल शास्त्री, राधिका शरण, आचार्य हिमांशु शरण, महंत वासुदेव दास, महंत सुंदर दास, हेमकांत शरण देवाचार्य मंदिर निर्माण कार्य को लेकर देश और दुनियाभर के श्रद्धालुओं से संपर्क साध रहे हैं।