Ukraine Crisis : भारत ने की शांति की अपील, अपने नागरिकों को बुलाया देश

यूक्रेन के लिए एयर इंडिया के विमान ने पहली उड़ान सुबह 7.30 बजे भरी थी। यह फ्लाइट यूक्रेन के खार्किव से लगभग 242 भारतीय छात्रों को लेकर मंगलवार रात करीब 11.30 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंची।

नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन में जारी तनाव और युद्ध की प्रबल आशंका के बीच भारत सरकार ने यूक्रेन से अपने लोगों को स्वदेश बुलाया है। जो भी इच्छुक हैं, वो लोग आ रहे हैं। इसी बीच यूक्रेन से 240 से अधिक भारतीय नागरिकों को लेकर एयर इंडिया का एक विमान रात 11:30 बजे के आसपास दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा। यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते तनाव के बीच आज सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान यूक्रेन रवाना कर दिया गया था। भारत ने इस विशेष अभियान के लिए 200 से ज्यादा सीटों वाले ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को तैनात किया है।

यूक्रेन से दिल्ली पहुंचे एक मेडिकल के छात्र ने बताया कि, मैं यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा हूं। भारत पहुंच कर राहत महसूस कर रहा हूं, परिवार वालों को भी परेशानी हो रही थी अब वे ख़ुश हैं। वहीं यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहे एक भारतीय छात्र कृष राज ने दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरने के बाद कहा, मैं सीमा क्षेत्र से बहुत दूर रह रहा था, इसलिए वहां स्थिति सामान्य थी, भारतीय दूतावास द्वारा जारी एडवाइजरी के बाद वापस लौटा हूं।

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक बार फिर भारतीय छात्रों से उस देश को अस्थायी तौर पर छोड़ने को कहा है। भारतीय दूतावास का यह सुझाव ऐसे समय में आया है जब रूस द्वारा पूर्वी यूक्रेन के दो अशांत क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता प्रदान करने के बाद तनाव बढ़ गया है । यूक्रेन में मेडिकल पढ़ाई कराने वाले विश्वविद्यालयों द्वारा आनलाइन पढ़ाई के संबंध में भारतीय छात्रों के सवालों पर दूतावास ने कहा कि वह इस मामले में संबंधित प्राधिकार के सम्पर्क में है। भारतीय दूतावास के अनुसार, ‘‘ दूतावास को मेडिकल पढ़ाई कराने वाले विश्वविद्यालयों द्वारा आनलाइन पढ़ाई कराने के संबंध में काफी कॉल प्राप्त हुए हैं। इस संबंध में, जैसा कि पूर्व में सूचित किया गया है, हम भारतीय छात्रों की शिक्षा प्रक्रिया को व्यवस्थित बनाने के लिये संबंधित प्राधिकार के सम्पर्क में हैं।’’

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत टी.एस. तिरुमूर्ति ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में कहा, ‘‘ हम यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर हो रही गतिविधियों और रूसी संघ द्वारा इस संबंध में की गई घोषणा सहित पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ रूसी संघ के साथ लगी यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गंभीर चिंता का विषय है। इन चीज़ों से क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा प्रभावित हो सकती है।’’

भारत ने इसके साथ ही सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान भी किया और कहा कि सभी देशों के वैध सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए और क्षेत्र में दीर्घकालीन शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए ‘‘तनाव कम करना’’ तात्कालिक प्राथमिकता है।

पुतिन के फैसले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने यूक्रेन पर एक आपात बैठक की। सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता इस महीने रूस के पास है। भारत ने ‘‘सभी पक्षों के लिए’’ संयम बरतते हुए अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया और साथ ही कहा कि जल्द से जल्द आपसी सहमति से समाधान निकालने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज करने चाहिए। तिरुमूर्ति ने कहा, ‘‘हम आश्वस्त हैं कि इस मुद्दे को कूटनीतिक संवाद के जरिए ही हल किया जा सकता है। हमें तनाव कम करने की कोशिश में लगे पक्षों द्वारा हाल में उठाए गए कदमों को वक्त देने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में नयी दिल्ली त्रिपक्षीय संपर्कसमूह और नॉरमैंडी प्रारूप समेत अन्य प्रयासों का स्वागत करती है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पक्षों को अलग-अलग हितों को साधने के लिए वृहद प्रयास करने का वक्त देने की आवश्यकता है। हम सैन्य तनाव का जोखिम नहीं उठा सकते।’’