सर्दियों में हार्ट अटैक क्यों बढ़ते हैं: हर परिवार को जानना चाहिए

जयपुर: सर्दियों में दिल के दौरे (हार्ट अटैक) के मामले बढ़ जाते हैं। ठंडा मौसम दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनमें पहले से दिल, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, 2023 में हार्ट अटैक से 2,853 लोगों की जान गई, जिनमें 11 से 25 वर्ष के युवा भी शामिल थे। ऐसे में जागरूकता और समय पर इलाज बेहद जरूरी है।

फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल जयपुर के डॉ. राहुल सिंघल, डायरेक्टर – इन्टरवेन्शनल कार्डियोलॉजी एवं इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी , बताते हैं: “सर्दी दिल के लिए चुनौती भरा समय है। ठंड खून की नसों को सिकोड़ देती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल पर अचानक भार बढ़ जाता है। परिवारों को लक्षण पहचानने और सर्दियों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।”

डॉ राहुल सिंघल बताते हैं कि क्यों सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है और क्या सावधानियां आवश्यक हैं।

खून की नसें सिकुड़ना ( Vasoconstriction ) : ठंड लगने पर नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

दिल की ऑक्सीजन जरूरत बढ़ना : ठंड में कंपकंपी या अचानक भारी मेहनत दिल पर तनाव बढ़ाते हैं।

हार्मोनल बदलाव : ठंड तनाव हार्मोन ( Stress Hormones) बढ़ाती है, जिससे धड़कन तेज होती है और खून गाढ़ा हो सकता है।

फ्लू व वायरल संक्रमण : सर्दियों में संक्रमण बढ़ते हैं, जिससे शरीर में सूजन बढ़ती है और हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ता है।

जीवनशैली में बदलाव : कम शारीरिक गतिविधि, ज्यादा खाना, छुट्टियों का तनाव और नींद में गड़बड़ी दिल के लिए जोखिम बन जाते हैं।

इलाज में देर : लोग ठंड में अस्पताल जाने से कतराते हैं, जिससे स्थिति बिगड़ जाती है।

  • हार्ट अटैक के लक्षण — इन्हें नज़रअंदाज़ न करें
  • सीने में दबाव, जकड़न, भारीपन या जलन
  • बाएं या दोनों बाजुओं, गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट में दर्द
  • सांस फूलना
  • ठंडा पसीना, मतली, चक्कर या अचानक कमजोरी
  • महिलाओं में— थकान, मतली और पीठ या जबड़े में दर्द अधिक आम हो सकता है।
  • इनमें से कोई भी लक्षण दिखें तो तुरंत इमरजेंसी में जाएं।

  • हर परिवार क्या करे?—सर्दियों में हार्ट अटैक से बचाव
  • लेयर वाले कपड़े पहनें, शरीर को गर्म रखें।
  • अचानक जोरदार मेहनत न करें, बाहर काम से पहले हल्का वार्म-अप करें।
  • ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच करें।
  • फ्लू और अन्य आवश्यक वैक्सीन लगवाएं।
  • घर पर नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार और कम शराब का सेवन रखें।
  • परिवार को हार्ट अटैक के लक्षण और इमरजेंसी नंबर याद कराएं।