क्या दिल्ली में भी 31 मई तक होगी बंदी, कई राज्यों ने कर दी ऐसी घोषणा ?

पहले गोवा, उसके बाद मध्य प्रदेश ने 31 मई तक लाॅकडाउन की घोषणा कर दी। कर्नाटक ने तो इसकी मियाद 7 जून तक तय कर दी। ऐसे में सवाल है कि क्या राजधानी दिल्ली में एक बार फिर सरकार पाबंदी की घोषणा और कर दी ?

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लोग इस बात को लेकर सशंकित हैं कि क्या दिल्ली में भी कोरोना (COVID19) के कारण एक सप्ताह की बंदी और बढाई जाएगी ? जिससे बात कीजिए, अभी यही सवाल कर रहा है। शुक्रवार को गोवा (Goa) सरकार और शनिवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार ने अपने सीमा क्षेत्र में 31 मई तक के लिए लाॅकडाउन (Lockdown) की घोषणा कर दी है।

जिस प्रकार से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) लगातार स्वास्थ्य स्थिति की बात कर रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन वैक्सीन की कमी की बात कर रहे हैं। कई वैक्सीनेशन सेंटर बंद कर दिए गए। कई इलाकों में अस्थायी रूप से कोरोना मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था की जा रही है, उससे तो यही आशंका लगती है कि दिल्ली में भी लाॅकडाउन बढ सकती है।

असल में, आईसीएमआर (ICMR) के महानिदेशक डाॅ बलराम भार्गव (Dr Balram Bhargava) की ओर से कुछ दिन पहले ही कहा गया था कि जहां भी कोरोना संक्रमण अधिक है, वहां के प्रशासन को 31 मई तक के लिए लाॅकडाउन लगाना चाहिए। माना जा रहा है कि कई राज्य सरकारें इसी परामर्श के आधार पर निर्णय ले रही है।

बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस की स्थिति पर अधिकारियों के साथ चर्चा की। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम अनंतकाल तक बंद नहीं रख सकते हैं। हमें 1 जून से धीरे-धीरे अनलॉक करना है। शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना टेस्ट और बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि राज्य में सभी 52 जिलों को 31 मई तक कोराेनामुक्त करने के प्रयास किए जाएं। हालाकि कुछेक मामले आ सकते हैं, लेकिन जिस तरह से हमने अब तक दिनरात प्रयास कर कोरोना पर काबू पाया है, उसी प्रकार कार्य करके 31 मई तक जिलों को कोरोनामुक्त किया जा सकता है।

शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि कोरोना वायरस बहुरूपिया की तरह है। अर्थात उसकी प्रकृति का अनुमान लगाना कठिन है। इसके मामले कम होते होते फिर से अचानक बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन, जनप्रतिनिधि और आम नागरिक मिलकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, बेहतर गुणवत्ता के मॉस्क लगाएं और कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर (कोरोना रोकने के लिए उपयुक्त व्यवहार) का पालन करें, तो कोरोना को बढ़ने से आसानी से राेका जा सकता है।

कर्नाटक (Karnataka) में लागू लॉकडाउन (Lockdown)के दौरान पुलिसकर्मी वाहनों की जांच कर रहे हैं। कर्नाटक में 7 जून तक लॉकडाउन लागू रहेगा।