नोएडा। दिल्ली से सटे नोएडा में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 40 मंजिला सुपरटेक ट्विन टावर को रविवार 28 अगस्त को गिराया जाएगा। इसे बनाने में तमाम नियमों को ताक पर रख दिया गया था। इसके बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने इसे पूरी तरह से ध्वस्त करने का आदेश दिया है। इसके लिए दुबई की एक कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग को ठेका दिया गया है। कंपनी दोनों टावर को गिराने के लिए करीब 3700 किलो बारूद का उपयोग करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे गिराने में करीब साढ़े सतरह करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। उस दिन कुछ घंटे के लिए आसपास के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा।
नोएडा सेक्टर 93ए में सुपरटेक ने दो टावर बनाए थे। यह दोनों टावर अवैध तरीके से बनाए गए। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला लेते हुए इन्हें गिराने का आदेश दे दिया था। सुपरटेक के ट्विन टवर को गिराने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 30 अगस्त को फैसला लेते हुए इसे 30 नवंबर तक गिराने का समय जारी किया था। लेकिन उसके बाद यह तारीख मई 2022 तक बढ़ा दी गई और इसे 28 अगस्त 2022 को गिराया जाएगा।
सुपरटेक के दोनो टावर की ऊंचाई 100 मीटर है और इसे गिराने वाली कंपनी ने अंदाजा लगाया है कि जब यह दोनों टावर गिरेंगे तो लगभग 3 हजार ट्रक मलबा निकलेगा। इस मलबे में लगभग 4 हजार टन तो स्टील ही होगा और इस मलबे को साफ होने में कम से कम 3 महीने का समय लग जाएगा। एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट उत्कर्ष मेहता ने बताया था ट्विन टावर से जो मलवा निकलेगा उसकी कीमत 13 करोड़ तक होगी। इस टावर को गिराने में लगभग 17.55 करोड रुपए का खर्च आएगा।