विवादों से इस कदर नाता रहा है अभिनेत्री कंगना रनौत का

 

नई दिल्ली। अभिनेता से नेता बनीं कंगना रनौत का इरादा एक विपक्षी नेता पर निशाना साधने का था। लेकिन उन्होंने गलती से अपने भाजपा सहयोगी पर हमला बोल दिया। कंगना की गड़बड़ी के पीछे नामों में समानता थी। उन्होंने कहा था की बिगड़ैल राजकुमारों की एक पार्टी है…चाहे वह राहुल गांधी हों जो चंद्रमा पर आलू उगाना चाहते हैं। या तेजस्वी सूर्या जो गुंडागर्दी करते हैं। और मछली खाते हैं।

राजद नेता और बिहार की पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को उनकी आलोचना का मुख्य निशाना माना जा रहा था। क्योंकि उनका एक वीडियो जिसमें वह मछली खाते हुए दिख रही थी। हाल ही में भाजपा और विपक्ष के बीच एक प्रमुख विवाद भी बन गया था।

तेजस्वी सूर्या, जिनका कंगना रनौत ने कल एक चुनावी रैली के दौरान गलत तरीके से उल्लेख किया और वह कर्नाटक में बेंगलुरु दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार हैं। इस बीच, यादव ने कंगना रनौत के बयान की एक क्लिप पर प्रतिक्रिया दी और कहा की यह शहीद कौन है? (यह महिला कौन है?), उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया।

भाजपा ने हिमाचल प्रदेश के मंडी से अपने लोकसभा उम्मीदवार के रूप में मैदान में कंगना रनौत को उतारा हैं। जिसके बाद से वह मौखिक रूप से कांग्रेस पार्टी की आलोचना कर रही हैं। कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह मंडी में उनके प्रतिद्वंद्वी और राहुल गांधी उनके मुख्य निशाने पर रहे हैं।

कंगना रनौत ने कल मंडी संसदीय क्षेत्र के सुंदरनगर क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया जहा उन्होंने वंशवाद की राजनीति को लेकर सिंह और गांधी पर कटाक्ष किया और कहा की इन दोनों के पास विकास के लिए जादू की छड़ी हैं। और वे केवल गैर-व्यावहारिक चीजों के बारे में बात करते हैं।

कांग्रेस ने उनपर पलटवार करते हुए कहा की 37 वर्षीय अभिनेता को पहले अपनी पार्टी के नेताओं के बारे में जांच करनी चाहिए और वंशवादी राजनीति के बारे में बोलना चाहिए। कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक अमृत कौर ने भी उनकी योग्यता पर सवाल उठाया और जिसके आधार पर उन्हें मंडी से भाजपा का टिकट मिला। मंडी लोकसभा क्षेत्र में 2024 के लोकसभा चुनाव सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा।