नई दिल्ली। स्वराज इंडिया अग्निपथ योजना के विरोध में छात्रों के आंदोलन का समर्थन करता है, और इस योजना के खिलाफ शांतिपूर्ण, अहिंसक आंदोलन का आह्वान करता है। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना चार साल की अवधि के लिए — 17.5 से 21 वर्ष की आयु के बीच — 45,000 से 50,000 युवाओं की भर्ती करेगी, और अवधि के अंत में केवल एक-चौथाई भर्ती को स्थायी कमीशन प्रदान करेगी। सैन्य पेंशन बजट और स्थायी कमीशन के आकार को कम करने के उद्देश्य से बनी यह योजना सशस्त्र बलों की दक्षता के साथ समझौता करेगी और बेरोजगारी की समस्या को और बढ़ाएगी। यह अति विशिष्ट भारतीय सशस्त्र बल को कांट्रैक्ट कार्य में बदल देगा।
अग्निपथ योजना युवाओं की आकांक्षाओं के साथ धोखा है, और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालता है। युवाओं के जीवन को तबाह कर रहे बेरोजगारी के संकट को दूर करने के लिए ठोस उपाय करने के बजाय, मोदी सरकार ने एक बार फिर बिना किसी विचार-विमर्श के एक लापरवाह योजना देश पर थोप दिया है। हम सरकार से इस योजना को तुरंत वापस लेने की मांग करते हैं। हम छात्रों से हिंसा या आत्म-नुकसान के बिना विरोध का आग्रह करते हैं, और प्रत्येक भारतीय से इस आंदोलन का समर्थन करने का आह्वान करते हैं।
इसके अलावा, कांग्रेस की ओर से इस योजना का विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं।
अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा
कृषि कानून – किसानों ने नकारा
नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा
GST – व्यापारियों ने नकारा
देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 17, 2022