नई दिल्ली। आज पूरी दुनिया में ईद उल अजहा, जिसे आम बोलचाल में बकरीद कहते हैं, मनाया जा रहा है। इस्लाम मानने वालों ने सुबह नमाज अता किया। मस्जिदों में भी कोरोना निर्देशों का पालन करते हुए नमाज अता की गई। कई लोगों ने अपने घरों में भी रीति-रिवाज से नमाज अता की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि यह पर्व प्रेम, निस्वार्थता और बलिदान की भावना के प्रति आभार व्यक्त करने और एक समावेशी समाज में एकता और भाईचारे के लिए मिलकर काम करने का त्योहार है।
تمام ہم وطنوں کو عید مبارک۔ عید الاضحیٰ محبت، ایثار اور قربانی کے جذبے کا اظہار کرنے اور ایک شمولیتی معاشرہ میں اتحاد اور اخوت کے لئے کام کرنے کا تہوار ہے۔ آئیے، ہم کووڈ۔19سے متعلق رہنما خطوط پر عمل کرتے ہوئے معاشرے کے ہر ایک طبقے کی خوشحالی کے لئے کام کریں۔
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 21, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को ईद उल अजहा की शुभकामनाएं एवं बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने बुधवार को अपने एक ट्वीट में कहा कि ‘अल्लाह की इबादत में यह दिन लोगों के बीच सामूहिक समझ, सद्भाव एवं समावेशी भावना को मजबूती प्रदान करें। सभी भी ईद उल अजहा की शुभकामनाएं।’
Eid Mubarak!
Best wishes on Eid-ul-Adha. May this day further the spirit of collective empathy, harmony and inclusivity in the service of greater good.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2021
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस अवसर पर अपने घर में नमाज अता की। उसके बाद उन्होंने कहा कि सरकार का भरपूर सुविधा-संसाधन एवं समाज की सावधानी-संयम ही कोरोना के कहर से देश को मुक्ति दिला सकता है। सरकार-समाज के संकल्प का नतीजा है कि आज भारत मजबूती से कोरोना आपदा से बाहर निकल रहा है।
बकरीद पर मस्जिदों में आमतौर पर दिखने वाली हलचल और रौनक नदारद रही। पुरानी दिल्ली की जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद भी लोगों के लिए बंद थी। भीड़ जमा न हो, इसके लिए मस्जिदों के बाहर पुलिस भी तैनात की गई है। पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) दीपक यादव ने कहा कि मस्जिदों के इमाम और अन्य सदस्यों को कोविड-19 से जुड़े दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के दिशानिर्देशों के बारे में जानकारी दी गई और त्योहार सुरक्षित तरह से मनाने के लिए उनका सहयोग मांगा गया।